नई दिल्ली, राजसत्ता एक्सप्रेस। कोरोना वायरस गंजे लोगों के लिए आम लोगों की तुलना में ज्यादा घातक साबित हो सकता है। हाल ही में किए गए अध्ययन में पाया गया है कि कोरोना वायरस गंजे लोगों पर तेजी से अटैक करता है। इतना ही नहीं कोरोना से संक्रमित गंजे लोगों की मौत की आशंका भी बढ़ जाती है। वैज्ञानिकों ने कहा है कि गंजे लोगों को कोरोना वायरस से खतरा अधिक हो सकता है। उनकी मौत की आशंका भी अधिक हो सकती है। वैज्ञानिकों के मुताबिक बाल झड़ने के पीछे एंड्रोजन हार्मोन जिम्मेदार होते हैं। कोरोना वायरस के कई सबसे खराब मामलों में इस हार्मोन का संबंध सामने आया है।
डेली मेल में प्रकाशित एक रिपोर्ट के अनुसार अमेरिका की ब्राउन यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर और रिसर्च के प्रमुख लेखक कार्लोस वैम्बियर ने ब्रिटिश टेलिग्राफ से कहा कि हम वास्तव में ऐसा समझते हैं कि गंजापन कोरोना के गंभीर खतरे का संकेत दे सकता है। इससे पहले कई आंकड़ों से ये पता चला था कि कोरोना से बीमार होने वाले पुरुषों की मौत की आशंका, महिलाओं के मुकाबले अधिक होती है।
अमेरिका की ब्राउन यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं का दावा है कि गंजे पुरुषों में कोरोना वायरस के गंभीर संक्रमण का खतरा ज्यादा है। वैसे इसे लेकर दो रिसर्च सामने आई हैं। पहली रिसर्च स्पेन के अस्पताल में 41 कोरोना पॉजिटिव मरीजों पर की गई, जिसमें से 71 फीसदी मरीज गंजे थे। वहीं, अमेरिकन एकेडमी ऑफ डर्मेटोलॉजी में प्रकाशित हुई दूसरी स्टडी में 122 पुरुषों को शामिल किया गया। दूसरी स्टडी में यह बात सामने ये कि 122 में से 79 प्रतिशत कोरोना वायरस से संक्रमित मरीज गंजे थे।
ब्राउन यूनिवर्सिटी के शोधकर्ता कार्लोस वैम्बियर का कहना है कि गंजेपन का संबंध कोरोना संक्रमण होने और स्थिति गंभीर होने से जुड़ा हुआ है। शोधकर्ताओं का मानना है कि पुरुषों में गंजेपन का कारण होने वाला सेक्स हार्मोन कोरोना वायरस के संक्रमण की क्षमता बढ़ा भी सकता है। शोधकर्ताओं का दावा है कि इस तरह के हॉर्मोन पुरुषों में दवाओं की प्रभावशीलता को कम करते हैं और मरीजों को गंभीर रूप से बीमार बनाते हैं।