नई दिल्ली। चारधाम यात्रा के संबंध में उत्तराखंड सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। अब चारधाम मंदिरों यमुनोत्री, गंगोत्री, केदारनाथ और बद्रीनाथ के परिसरों में 200 मीटर तक मोबाइल फोन बैन कर दिया गया है। इसके साथ ही यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन जो पहले से ही अनिवार्य था अब उसका और सख्ती से पालन कराया जाएगा।
जो लोग बिना रजिस्ट्रेशन चारधाम यात्रा पर जाएंगे उनको चेक पोस्ट से वापस भेज दिया जाएगा। सरकार ने चारधाम यात्रा के ताजा हालातों का जायजा लेते हुए यह निर्णय लिया है। इस आदेश का पालन न करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। सरकार के इस फैसले से उन लोगों को बड़ा झटका लगेगा जो रील्स बनाने के लिए चारधाम मंदिरों की यात्रा करते हैं।
इस संबंध में जानकारी देते हुए उत्तराखंड की मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने बताया कि सभी प्रदेशों के मुख्य सचिवों को पत्र भेज रहे हैं कि अपने प्रदेश में इस बात का प्रचार करें कि कोई भी यात्री बिना रजिस्ट्रेशन के चारधाम यात्रा पर न आए। गौरतलब है कि पिछले कुछ से चारधाम श्रद्धालुओं की संख्या में हर साल रिकॉर्ड बढ़ोत्तरी हो रही है। कई युवा ऐसे हैं जो सिर्फ रील्स बनाने के लिए चारधाम की यात्रा करते हैं इससे बेवजह ही वहां भीड़ भी बढ़ती है और लोगों को परेशानी हो रही है।
श्रद्धालुओं की भारी भीड़ और बारिश के मौसम के चलते चारों धाम के रूट पर जाम लगा हुआ है। अभी तक चारधाम यात्रा के लिए लगभग 25 लाख से ज्यादा श्रद्धालु रजिस्ट्रेशन करा चुके हैं। श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या के मद्देनजर 2 दिन के लिए ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन बंद कर दिए गए हैं।