बरेली: बैल कोल्हू ब्रांड से सरसों का तेल बनाने वाली कंपनी बीएल एग्रो और खंडेलवाल एडिबल ऑयल पर आयकर छापे में अधिकारियों ने बड़े पैमाने पर काले धन की बरामदगी की है. प्रदेश के बड़े तेल कारोबारियों में शामिल व्यापारी बंधु घनश्याम खंडेलवाल और दिलीप खंडेलवाल के यहां देर रात तक जारी छापों के दौरान भारी मात्रा में सोने की बरामदगी के साथ आधा दर्जन बोगस कंपनियां बनाकर 100 करोड़ रुपए से अधिक की हेराफेरी का मामला सामने आया है.
बोगस कंपनी बनाकर की गई हेराफेरी
दिल्ली, मुरादाबाद और देहरादून की कई टीमों ने गुरुवार सुबह 10 बजे से बरेली स्थित खंडेलवाल बंधुओं की फैक्ट्री, ऑफिस, रिफाइनरी और गोदाम समेत 25 ठिकानों पर जांच शुरू की. कंपनी के चार्टर्ड एकाउंटेंट के यहां भी रिकॉर्ड खंगाले गए. दोनों कंपनियों के नोएडा स्थित दो ठिकानों पर भी छापे डाले गए. आयकर अधिकारियों ने बताया कि इन कंपनियों का एक गोदाम भी पता चला है, जिसके जरिए जीएसटी की चोरी कर आटा, दाल और चावल को बिना ब्रांड के बेचे जाने के संकेत मिल रहे हैं, इन कंपनियों का कारोबार बरेली में है लेकिन, जांच में सामने आया कि बोगस कंपनी बनाकर कानपुर के बैंक ऑफ इंडिया में एक खाता खोलकर 130 करोड़ रुपए जमा कराए गए. फिर कंपनी बंद कर रकम ट्रांसफर कर ली गई. इसी तरह आधा दर्जन बोगस कंपनियों के जरिए बड़ी रकम की हेराफेरी की गई. इन कंपनियों को छह से 10 साल तक संचालित कर रजिस्ट्रार ऑफ कंपनी के माध्यम से बंद कर दिया गया. छापे के दौरान कंप्यूटर की हार्ड डिस्क लेकर कंपनी के पीछे चारदीवारी फांदकर भागते एक कर्मचारी को भी पकड़ा गया. हालांकि इस दौरान हार्ड डिस्क क्षतिग्रस्त हो गई, जिसकी जांच के लिए विशेषज्ञों को बुलाया गया है. बड़ी संख्या में दस्तावेज भी कब्जे में लिए गए हैं.
छापों से अफरातफरी
बरेली में अरसे बाद आयकर टीम की दस्तक से कारोबारियों में अफरातफरी मच गई. आयकर विभाग की टीमें सुबह बरेली में परसाखेड़ा स्थित बैल कोल्हू और फरीदपुर स्थित एडबिल ऑयल फैक्ट्री पहुंच गईं. टीम के साथ बड़ी संख्या में पीएसी भी थी. टीमों ने सभी जगह अंदर घुसते ही गेट बंद करा दिए. किसी को बाहर निकलने और अंदर आने की इजाजत नहीं दी गई. टीम ने फैक्ट्री के अधिकारियों के मोबाइल कब्जे में ले लिए. किसी को फोन या आपस में बात भी नहीं करने दी गई. फैक्ट्री मालिक घनश्याम खंडेलवाल और उनके भाई दिलीप खंडेलवाल के आवास पर भी छापेमारी की गई.