बरेली, 1 जून 2025: क्लासिक कॉलेज ऑफ लॉ, बरेली में एक शानदार और जोश से भरा “अधिवक्ता पाल्य प्रतिभा सम्मान समारोह” हुआ। ये प्रोग्राम खास तौर पर उन टैलेंटेड बच्चों के लिए था, जिनके मम्मी-पापा वकील हैं और जिन्होंने 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं में धमाकेदार रिजल्ट लाकर अपने समाज का नाम रौशन किया। माहौल ऐसा था कि हर कोई प्रेरणा और उत्साह से भरा हुआ था।
जज बनने का फॉर्मूला: टारगेट, मेहनत और गुरु
इस इवेंट के मुख्य अतिथि, माननीय जिला और सत्र न्यायाधीश श्री सुधीर कुमार ने बच्चों को जज बनने का रोडमैप दिया। उन्होंने कहा, “अगर तुम्हें जज बनना है, तो अभी से लक्ष्य फिक्स करो और पूरी मेहनत से जुट जाओ। ग्रुप स्टडी करो, नए-नए कानूनों को पढ़ो, कोर्ट की कार्यवाही को देखकर समझ बनाओ और सबसे जरूरी, एक सही गुरु का साथ लो।”
उन्होंने ये भी कहा कि शिक्षा किसी भी देश की ताकत की नींव होती है। “जब वकील समाज अपने बच्चों को मंच देता है और उन्हें सम्मानित करता है, तो ये सिर्फ अवॉर्ड देना नहीं, बल्कि समाज को बेहतर बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है,” सुधीर कुमार ने गर्व के साथ बोला। उन्होंने बच्चों को सलाह दी कि ईमानदारी, मेहनत और अनुशासन के साथ आगे बढ़ो। साथ ही, माता-पिता और टीचर्स को बच्चों की कामयाबी का असली हीरो बताया।
टॉपर्स ने लूटी वाहवाही
12वीं में आख्या शर्मा और उन्नति शर्मा ने 95% मार्क्स के साथ टॉप किया, जबकि सात्विक गुप्ता 90% के साथ दूसरे नंबर पर रहे। वहीं, 10वीं में सूर्यवंशी जैन ने 98.80% मार्क्स लाकर पहला स्थान झटका। मोहम्मद हसनैन खान 95% के साथ दूसरे और सांवि चंद्रा 93% के साथ तीसरे स्थान पर रहे। मजेदार बात ये कि ज्यादातर बच्चे जज बनकर समाज में सच्चाई और न्याय की मिसाल कायम करना चाहते हैं। ये सुनकर साफ पता चलता है कि नई पीढ़ी में कितना जोश और जुनून है।
सम्मान के पल, खुशी का माहौल
प्रोग्राम में टॉप करने वाले बच्चों को मुख्य अतिथियों ने सम्मान पत्र और स्मृति चिन्ह दिए। ये पल न सिर्फ बच्चों के लिए, बल्कि उनके मम्मी-पापा के लिए भी गर्व का मौका था। पूरे आयोजन में खुशी और उत्साह का माहौल रहा। हर कोई बच्चों की कामयाबी को सेलिब्रेट कर रहा था।
वकील समाज की तारीफ
उत्तर प्रदेश बार काउंसिल के मेंबर और पूर्व अध्यक्ष श्री शिरीष मेहरोत्रा ने इस प्रोग्राम की जमकर तारीफ की। उन्होंने कहा, “ये आयोजन दिखाता है कि वकील समाज कितना एकजुट है और शिक्षा के लिए कितना कमिटेड है। ये पहल आने वाले सालों में एक परंपरा बन जाएगी।” उन्होंने क्लासिक कॉलेज ऑफ लॉ की इस कोशिश को सामाजिक जागरूकता और शिक्षा को बढ़ावा देने वाला एक मील का पत्थर बताया।
शानदार होस्टिंग
प्रोग्राम को डॉ. वंकेश कुमार शर्मा और शुमाईला अंजुम ने इतने शानदार तरीके से होस्ट किया कि हर कोई मंत्रमुग्ध हो गया। वकीलों, टीचर्स और पेरेंट्स ने कॉलेज के इस प्रेरणादायक कदम की खुलकर तारीफ की।
आखिर में, सभी मुख्य अतिथियों और खास मेहमानों को कॉलेज की तरफ से स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। ये प्रोग्राम सिर्फ एक अवॉर्ड सेरेमनी नहीं था, बल्कि नई पीढ़ी को न्याय, शिक्षा और समाज के प्रति जिम्मेदारी का पाठ पढ़ाने वाली एक यादगार पहल था।