पहले टेस्ट, फिर वनडे और उसके बाद टी20, क्रिकेट का प्रारूप लगातार बदल रहा है। पिछले कुछ सालों में टी10 क्रिकेट का चलन बढ़ा है, जो इस खेल का सबसे छोटा प्रारूप है। दुनियाभर में टी10 क्रिकेट की लोकप्रियता को देखते हुए अब भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) की भी इस प्रारूप में दिलचस्पी बढ़ी है। एक रिपोर्ट के अनुसार, बीसीसीआई अगले साल सितंबर-अक्टूबर में टी10 लीग शुरू कर सकता है।
बीसीसीआई सचिव जय शाह ने टी10 लीग की योजना पर काम करना शुरू कर दिया है। आईपीएल की सफलता के बाद अब बीसीसीआई नई योजनाओं पर काम करना चाहता है। बोर्ड ने पहले 100 बॉल क्रिकेट के बारे में सोचा था, लेकिन यह टी20 जैसा ही होता है। ऐसे में टी10 क्रिकेट दर्शकों को लुभाने के लिए बेहतर विकल्प है। जय शाह की इस योजना में काफी दिलचस्पी है।
टी10 क्रिकेट लीग शुरू करने की बीसीसीआई की योजना में आईपीएल फ्रेंचाइजी बाधा डाल सकती हैं, क्योंकि वे नहीं चाहेंगी कि आईपीएल के बराबर की कोई लीग खड़ी हो। वर्तमान में, फ्रेंचाइजियों के पास बीसीसीआई द्वारा प्रस्तावित और आईपीएल के समान किसी भी नए मॉडल को अस्वीकार करने का अधिकार है।
हालांकि, बीसीसीआई आश्वस्त है कि फ्रेंचाइजी अड़ंगा नहीं लगाएंगी। बीसीसीआई सूत्र ने कहा कि ‘हमें नहीं लगता कि फ्रेंचाइजी टीमों को टी10 लीग से कोई परेशानी होगी। बीसीसीआई यदि यह लीग शुरू करता है तो वह टीमों की खरीद का पहला अधिकार उन फ्रेंचाइजी को देगा, जो आइपीएल से जुड़ी हैं।’
रिपोर्ट के अनुसार, नई टी10 लीग शुरू करने के संदर्भ में कई मसलों पर बहस चल रही है और निर्णय विचाराधीन है। टूर्नामेंट का आयोजन कहां किया जाए? किसी एक स्थान का चयन हो या अंतरराष्ट्रीय अपील बढ़ाने के लिए स्थान बदलते हुए टूर्नामेंट का आयोजन हो, ताकि ज्यादा राजस्व हासिल किया जा सके?
क्या खिलाड़ियों की उम्र सीमा तय की जाए? उम्र सीमा तय करने से टी20 के साथ टी10 की प्रतिस्पर्धा नहीं होगी, बल्कि इसका अलग और समानांतर रोमांच बरकरार रहेगा। यह सुझाव भी सामने आया कि शीर्ष अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ियों की भागीदारी और मजबूत कारपोरेट समर्थन के कारण आईपीएल का विशिष्ट स्थान है। ऐसे में बीसीसीआई को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि नई लीग टी-20 के साथ प्रतिस्पर्धा करने के बजाय टी-10 इसका पूरक बने।