हरियाणा विधानसभा चुनाव 2024 के एक्जिट पोल नतीजे आ चुके हैं, जो राज्य की राजनीति में हलचल मचा रहे हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक, हरियाणा में कांग्रेस की सरकार बनने की संभावना जताई जा रही है। इसके साथ ही, भाजपा को पिछले 10 साल से सत्ता में रहने के बाद बड़ा झटका लग सकता है। लेकिन इस चुनाव में सबसे बड़ा झटका अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी (आप) के लिए है।
केजरीवाल का किंगमेकर बनने का सपना
अरविंद केजरीवाल ने चुनाव प्रचार के दौरान कई बार दावा किया था कि उनकी पार्टी की मदद के बिना हरियाणा में कोई भी सरकार नहीं बन सकती। इसके चलते, वे खुद को किंगमेकर के रूप में प्रस्तुत कर रहे थे। लेकिन एक्जिट पोल के नतीजे उनके इस दावे को ध्वस्त करते दिख रहे हैं। यदि यह नतीजे हकीकत में बदलते हैं, तो अरविंद केजरीवाल को इस चुनाव में गंभीर झटका लगेगा।
आम आदमी पार्टी की स्थिति
एक्जिट पोल के नतीजों के अनुसार, आम आदमी पार्टी को हरियाणा विधानसभा चुनाव में एक भी सीट मिलने की संभावना नहीं है। जबकि केजरीवाल ने 90 में से 89 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे थे। यह स्थिति उनकी पार्टी की महत्वाकांक्षा के लिए एक बड़ी चुनौती साबित हो सकती है।
कांग्रेस और आप के बीच गठबंधन की असफलता
इस चुनाव में कांग्रेस ने अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी से गठबंधन करने का प्रस्ताव दिया था। राहुल गांधी ने इस मुद्दे पर बातचीत की थी, जिसमें कांग्रेस ने आप को 3 सीटें देने का सुझाव रखा था। लेकिन आप ने इससे ज्यादा सीटें मांगी, जिसके कारण दोनों पार्टियों के बीच गठबंधन नहीं हो सका। नतीजतन, कांग्रेस और आप ने अलग-अलग चुनाव लड़ा, जबकि पिछले लोकसभा चुनाव में दोनों ने मिलकर चुनावी मैदान में उतरे थे।
भविष्य की संभावनाएं
यदि हरियाणा के चुनाव परिणाम एक्जिट पोल के अनुरूप आते हैं, तो यह न केवल अरविंद केजरीवाल के लिए एक बड़ा झटका होगा, बल्कि उनकी पार्टी की भविष्य की योजनाओं पर भी प्रश्नचिह्न लगा देगा। इसके साथ ही, कांग्रेस को भी एक नई दिशा तय करने की आवश्यकता होगी, क्योंकि चुनावी रणनीतियों में परिवर्तन करना जरूरी हो जाएगा।