दिल्ली के पूर्व मंत्री सत्येंद्र जैन को मनी लॉन्ड्रिंग मामले में जमानत मिल गई है, जो उनके लिए एक बड़ी राहत की बात है। जमानत का फैसला सुनते ही उनकी पत्नी कोर्ट में भावुक हो गईं और रो पड़ीं। राऊज एवेन्यू कोर्ट ने इस मामले में स्पष्ट किया कि जैन को लंबे समय तक कारावास का सामना करना पड़ा है और इस मुकदमे के जल्दी शुरू होने की संभावना नजर नहीं आ रही है।
कोर्ट का फैसला
कोर्ट ने अपने फैसले में कहा कि सत्येंद्र जैन जमानत के हकदार हैं। न्यायालय ने यह भी निर्देश दिया कि जैन गवाहों से संपर्क नहीं करेंगे, मामले को प्रभावित नहीं करेंगे और भारत से बाहर यात्रा नहीं करेंगे। इस प्रकार के निर्देश कोर्ट ने इसलिए दिए ताकि मामले की जांच और ट्रायल में कोई बाधा न आए।
सत्येंद्र जैन पर मनी लॉन्ड्रिंग का आरोप लगा था, जिसके चलते उन्हें गिरफ्तार किया गया था। इस मामले में लंबे समय से सुनवाई चल रही थी, लेकिन ट्रायल अब तक शुरू नहीं हो पाया है। अदालत ने यह बात भी स्वीकार की कि मुकदमा जल्द खत्म होने की कोई उम्मीद नहीं है, जिससे जैन की जमानत के आवेदन को सकारात्मक रूप से देखा गया।
जमानत मिलने के बाद कोर्ट में उपस्थित सत्येंद्र जैन की पत्नी की भावनाएं स्पष्ट रूप से झलक रही थीं। यह एक ऐसा क्षण था जब जैन के परिवार के लिए एक बड़ी राहत मिली, क्योंकि वे लंबे समय से इस मामले को लेकर मानसिक तनाव में थे। जमानत मिलने से न केवल जैन को बल्कि उनके परिवार को भी थोड़ी शांति मिली है।
10 महीने तक बेल पर रहे
दिल्ली के पूर्व मंत्री सत्येंद्र जैन को मई 2022 में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में गिरफ्तार किया था। उन्हें पिछले साल स्वास्थ्य के आधार पर जमानत मिली थी, और वह लगभग 10 महीने तक बेल पर रहे। हालांकि, इस साल मार्च में उनकी नियमित जमानत पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई, जिसमें कोर्ट ने उन्हें सरेंडर करने का आदेश दिया। जैन ने 18 मार्च को तिहाड़ जेल में सरेंडर कर दिया था।
हाल ही में जमानत मिलने के कारण आप पार्टी के लिए यह राहत की बात है। यह जमानत ऐसे समय पर मिली है जब दिल्ली में विधानसभा चुनावों की तैयारियां तेज हैं। जैन का जेल में होना पार्टी के लिए एक महत्वपूर्ण मुद्दा था, क्योंकि उनके अलावा आम आदमी पार्टी (आप) के सभी बड़े नेता जेल से बाहर आ चुके हैं।
बता दें दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया और सांसद संजय सिंह को पहले ही कोर्ट से राहत मिल चुकी है। इस स्थिति में, सत्येंद्र जैन की जमानत पार्टी के लिए एक सकारात्मक संकेत है, खासकर चुनावी परिदृश्य में।