पटनाः बिहार प्रदेश कांग्रेस समिति के नए अध्यक्ष मदन मोहन झा का कहना है कि पार्टी में किसी तरह का मतभेद नहीं है. कांग्रेस का हर सिपाही भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की जनविरोधी सरकार को उखाड़ फेंकने के लिए प्रयत्नशील है. उन्होंने भाजपा को ‘फेसबुक पार्टी’ बताते हुए कहा कि इस पार्टी के लोग फेसबुक पर झूठ लिखकर लोगों को दिग्भ्रमित करते हैं. पटना के प्रदेश कार्यालय में शुक्रवार को अध्यक्ष का पदभार संभाल चुके झा का कहना है कि उनकी प्राथमिकता संगठन को मजबूत करने और ग्राम पांचायत से मतदान केंद्र तक संगठन को तैयार करने की है.
मैथिल ब्राह्मण होने के बावजूद अपनी पार्टी द्वारा ‘सवर्ण कार्ड’ खेले जाने से इनकार करते हुए झा ने कहा कि कांग्रेस शुरू से ही सभी जातियों और वर्गों को लेकर चलने पर विश्वास करती है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस भेदभाव, समाज को बांटने, दंगा-फसाद और तोड़फोड़ की राजनीति नहीं करती है.
बिहार कांग्रेस प्रमुख ने आईएएनएस के साथ विशेष बातचीत में कहा, “किसी भी पार्टी या संगठन को मजबूत रखना चुनौतीपूर्ण कार्य होता है. कांग्रेस सबसे पुरानी और विश्वसनीय पार्टी रही है, ऐसे में लोगों का इस पार्टी पर शुरू से ही विश्वास रहा है.”
एनएसयूआई, युवक कांग्रेस और कांग्रेस के कई पदों पर रह चुके झा ने कहा, “मेरे चेहरे को जाति से जोड़कर देखना उचित नहीं है. लोगों को पता है कि हम बहुत दिन से काम कर रहे हैं, पार्टी के वफादार हैं, इसलिए लोग मुझे स्वीकार करते हैं. इसी कारण पार्टी ने मुझे अध्यक्ष बनाया. इस फैसले का मेरे ब्राह्मण होने से कोई संबंध नहीं है.”
पदभार ग्रहण कार्यक्रम में कई प्रमुख नेताओं के नहीं आने को कांग्रेस में मतभेद के रूप में देखने से इनकार करते हुए उन्होंने कहा, “मेरे नाम पर पार्टी में कहीं से कोई मतभेद नहीं है. पदभार का कार्यक्रम जल्द तय होने के कारण ये सभी लोग अपने व्यक्तिगत कारणों से नहीं आ सके. इसे मतभेद या नाराजगी से जोड़कर नहीं देखा जाना चाहिए.”
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विधान पार्षद झा स्पष्ट कहते हैं कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने ऐसी टीम तैयार की है, जिसमें मतभेद का प्रश्न ही नहीं है. यह टीम पार्टी के लिए फायदेमंद साबित होने वाली है. उन्होंने जोर देकर कहा, “आप खुद देखिए, बिहार ही नहीं देश में कांग्रेस धीरे-धीरे मजबूत हो रही है. पिछले विधानसभा चुनाव में पार्टी ने 27 विधानसभा सीटों पर जीत दर्ज की थी, उसी अनुपात में सीट का बंटवारा होना चाहिए.”
महागठबंधन में शामिल राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद के चारा घोटाले में सजा हो जाने और उनके पुराने बयान ‘भूरा बाल साफ करो’ और कांग्रेस के ‘सवर्ण कार्ड’ खेलने जैसे विरोधाभास के बावजूद गठबंधन में शामिल होने के विषय पर झा ने बेबाक कहा, “15 साल के दौरान गंगा में बहुत पानी बह गया. अब पहले वाली बात नहीं है. वैसे, लालू ने ऐसा कब कहा, इसमें कितनी सत्यता है, यह मुझे नहीं मालूम. महागठबंधन अटूट है.”
सीट बंटवारे में सम्मानजनक स्थिति के संदर्भ में दिग्गज कांग्रेसी झा कहते हैं कि कांग्रेस अब याचक की भूमिका में नहीं रहेगी, हालांकि इसके लिए खुद को मजबूत करने की भी जरूरत होगी. महागठबंधन में शामिल सभी दल एक-दूसरे के सम्मान की रक्षा करते हैं. उन्होंने यह भी कहा कि सीट बंटवारे को लेकर महागठबंधन में कोई समस्या नहीं है.
उल्लेखनीय है कि करीब एक साल से बिहार में प्रदेश कांग्रेस समिति के अध्यक्ष का पद खाली पड़ा था. कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने यह जिम्मेदारी पूर्व मंत्री मदन मोहन झा को सौंपी है. महागठबंधन के दौर में झा नीतीश सरकार में राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्री थे. झा मूल रूप से दरभंगा जिले से आते हैं और कांग्रेस की राजनीति उन्हें विरासत में मिली है. उनके पिता दिवंगत नागेंद्र झा बिहार सरकार में शिक्षा मंत्री रहने के साथ-साथ आठ बार विधायक भी रहे थे.
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उन्होंने कहा कि आज केंद्र सरकार से सभी जाति के लोग नाखुश हैं. सभी की सोच अगले चुनाव में जनविरोधी, सांप्रदायिक ताकतों को हराने का है. उन्होंने कहा कि आज भाजपा मात्र ‘फेसबुक’ की पार्टी बनकर रह गई है. फेसबुक पर झूठ लिखकर लोगों को दिग्भ्रमित करती है. कांग्रेस या अन्य दल भी सोशल मीडिया पर अपनी बात रख रहे हैं, लेकिन इस तरह की घटिया हरकत सिर्फ भाजपा करती है, कांग्रेस सच लिखती और बोलती है.