लखनऊ: सपा ने आरोप लगाया है कि अपना जनाधार खिसकता देख सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग कर चौथे चरण की मतदान प्रक्रिया को प्रभावित कर सकती है। सपा प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल ने इस सम्बन्ध में मुख्य निर्वाचन अधिकारी को पत्र भी लिखा है।
सपा के राष्ट्रीय सचिव राजेन्द्र चौधरी ने कहा कि लोकसभा चुनाव- 2019 के चतुर्थ चरण का मतदान सोमवार को होगा। इस बीच पिछले तीन- चार दिन से कन्नौज, कानपुर देहात, औरैया आदि की पुलिस ने गांव-गांव में सपा समर्थक प्रमुखों, ग्राम प्रधानों, बीडीसी, जिला पंचायत सदस्यों व प्रमुख व्यक्तियों को प्रताड़ित करना प्रारम्भ कर दिया है। इन सभी पर दबाव डाला जा रहा है कि भाजपा प्रत्याशी के पक्ष में वोट डलवाएं। यह चुनाव को प्रभावित करने की साजिश है। इसके लिए सत्ता का दुरुपयोग किया जा रहा है।
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इस संबंध में सपा के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल ने मुख्य निर्वाचन अधिकारी को पत्र लिखकर कहा है कि विधानसभा क्षेत्र छिबरामऊ की कोतवाली गुरसहायगंज के प्रभारी निरीक्षक नागेन्द्र पाठक तथा सौरिख (तिर्वा क्षेत्र) थानाध्यक्ष राजकुमार सिंह सपा कार्यकर्ताओं का उत्पीड़न कर रहे हैं। मतदान के एक दिन पूर्व काफी संख्या में दबिश डालकर कार्यकर्ताओं को घर से उठाने की शिकायतें मिल रही हैं। पुलिस के आतंक के चलते भाजपा विरोधी अपने घर में रात-रात घुस नहीं पाते हैं। उन्हें खेतों में रात बितानी पड़ रही है।
इसी तरह कन्नौज लोकसभा सीट के विधानसभा क्षेत्र रसूलाबाद के लगभग दो दर्जन कार्यकर्ताओं ने सपा के प्रदेश कार्यालय में आकर जानकारी दी है कि स्थानीय पुलिस के आतंक एवं भय के कारण लखनऊ चले आये हैं। रसूलाबाद के थाना मंगलपुर के प्रभारी निरीक्षक तुलसीराम पाण्डेय को केवल चुनाव में भाजपा प्रत्याशी को मदद करने के लिए तैनात किया गया हैं, जो कार्यकर्ताओं का उत्पीड़न भी कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि स्थिति यही रही, तो 29 अप्रैल को कानपुर रेंज के लोकसभा सीटोें के विधानसभा क्षेत्रों में निष्पक्ष मतदान सम्भव नहीं हो सकेगा और क्षेत्रों से भागे हुए लोग मतदान नहीं कर सकेंगे।