लखनऊ। मंगलवार को समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भले ही लखनऊ की प्रत्याशी पूनम सिन्हा को जिताने के लिए पार्टी के बूथ रक्षकों को जीत की रणनीति समझायी मगर उनके निशाने पर परोक्ष रूप से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ही रहे। उन्होंने कहा कहा कि भाजपा विकास नहीं नफरत की राजनीति कर रही है। मगर अब यूपी में गठबंधन हो गया है।
सपा मुख्यालय में आगामी 6 मई को अधिकाधिक वोट पार्टी उम्मीदवार पूनम सिन्हा के पक्ष में पड़े इसके लिए मंगलवार को अखिलेश यादव ने सैंकड़ों की संख्या में बने ‘‘बूथ रक्षकों’ से सीधा संवाद किया। उन्होंने कहा, हो सकता है लोग सपा को नहीं मानते हों, मगर वे लखनऊ में सपा सरकार में हुए विकास कार्यों को जरूर जानते हैं। यादव ने समाजवादी सरकार में बने आगरा-एक्सप्रेस-वे से लेकर मेट्रो रेल, जनेश्वर मिश्र पार्क, रिवर फ्रंट, लोकभवन, कैंसर इंस्टय़ीयूट, जेपीआईएनसी और इमामबाड़े के इलाके में हुए विकास कायरे का जिक्र करते हुए कहा, चुनाव में समाजवादी अपने काम पर वोट और समर्थन मांगें। सपा अध्यक्ष ने भाजपा पर लखनऊ में कोई विकास कार्य नहीं कराने का आरोप लगाया।
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उन्होंने कहा आज देश और संविधान खतरे हैं। चाय से चौकीदार बनने वाले की चौकीदारी ठीक नहीं। तो प्रदेश में ठोको नीति चलाकर निर्दोषों की हत्या करायी गयी। श्री यादव ने तंज कसते हुए कहा, यदि संविधान नहीं होता तो बाबा मुख्यमंत्री किस मठ में पूजा कर रहे होते। कार्यक्रम में राज्यसभा सदस्य व प्रसिद्ध फिल्म अभिनेत्री जया बच्चन, सांसद डिम्पल यादव, प्रत्याशी पूनम सिन्हा, लखनऊ के पूर्व विधायक रविदास मेहरोत्रा, अभिषेक मिश्र, अनुराग भदौरिया, डा. मधु गुप्ता, यावर हुसैन रेशू, रेहान नईम के साथ ही कई अन्य नेताओं ने भी सम्बोधित किया। इस मौके पर मुख्यमंत्री योगी के डुप्लीकेट की छवि वाले सुरेश सिंह योद्धा ने सपा की सदस्यता ग्रहण की।