parliament winter session 2022: समलैंगिक विवाह के भारत में अब तक कई केस देखे जा चुके हैं लेकिन समाज अभी तक इस विचारधारा को स्वीकार नही कर पाया है। इस बीच भारतीय जनता पार्टी के सांसद सुशील मोदी ने समलैंगिक विवाह को लेकर बड़ी बात कही है। उन्होंने कहा कि समलैंगिक विवाह देश की संस्कृति और परंपरा के लिए खतरा साबित हो सकता है। लेकिन कुछ वामपंथी और उदार कार्यकर्ता सर्वोच्च न्यायालय (SC) गए और समलैंगिक विवाह को वैध बनाने के लिए कहा। सर्वोच्च न्यायालय में दो न्यायाधीश बैठकर इस पर निर्णय लें तो यह उचित नहीं होगा।
उन्होंने आगे कहा, ‘समाज इसे स्वीकार करने के लिए राजी नहीं है। इस पर पहले पार्लियामेंट में और लोगों के बीच संवाद होना चाहिए। एक और बात मैंने कही कि सभी लड़कियों की शादी की आयु एक होनी चाहिए, फिर चाहें उनका कोई भी धर्म क्यों न हो ।’
Same-sex marriage will not be appropriate for India's culture & tradition. But some leftist & liberal activists went to Supreme Court (SC) & asked to legalise same-sex marriage. It will not be appropriate if two judges sit in SC & make a decision about it: BJP MP Sushil Modi pic.twitter.com/gxeJUrAnsU
— ANI (@ANI) December 20, 2022