केंद्र में एनडीए गठबंधन की सरकार बनने से ठीक पहले टीडीपी ने बड़ा ऐलान किया है। भारतीय जनता पार्टी की अगुआई वाले गठबंधन में शामिल टीडीपी ने आंध्र प्रदेश में मुस्लिम आरक्षण जारी रखने का फैसला किया है। टीडीपी नेता रविंद्र कुमार से जब सवाल किया गया कि क्या उनकी पार्टी मुस्लिम आरक्षण जारी रखेगी। इसके जवाब में उन्होंने कहा कि हां हम इसे जारी रखेंगे। इसमें कोई समस्या नहीं है। सूत्रों के अनुसार एनडीए गठबंधन में शामिल होने के लिए चंद्रबाबू नायुडू ने अपनी पहली शर्त यही रखी है कि वह मुस्लिम आरक्षण नहीं हटाएंगे।
इस बीच एनडीए के सांसद दिल्ली पहुंचना पहुंच चुके हैं. बैठक में शामिल होने के लिए तेलुगु देशम पार्टी (TDP) नेता के. रविन्द्र कुमार भी राष्ट्रीय राजधानी पहुंचे हैं. इस दौरान जब उनसे पूछा गया कि क्या आंध्र प्रदेश में मुस्लिम आरक्षण जारी रहेगा, तो टीडीपी नेता के ने कहा, ‘…हां, हम इसे जारी रखेंगे. इसमें कोई समस्या नहीं है.’
‘हम एनडीए का हिस्सा हैं’
टीडीपी की डिमांड के बारे में पूछे जाने पर रविंद्र कुमार ने कहा, ‘आज मांगों पर चर्चा करने का वक्त नहीं है, लेकिन हम एनडीए का हिस्सा हैं. डिमांड का सवाल ही नहीं उठता. यह चुनाव से पहले का गठबंधन है. जब भी जरूरत होती है, हम केंद्र की सहायता लेते हैं. हम केंद्र की योजनाओं, हमारी पहली प्राथमिकता यह है कि आंध्र प्रदेश का पुनर्निर्माण किया जाए, क्योंकि यह 25 साल पीछे चला गया है.’
‘एनडीए का नेता चुनना है’
उन्होंने यह भी कहा कि आज एनडीए की बैठक है. 5 जून को प्रारंभिक बैठक हुई थी. आज दूसरी बैठक है. 9 जून को प्रधानमंत्री के शपथ लेने की उम्मीद है. इसलिए उससे पहले हमें एनडीए के नेता का चुनाव करना है और राष्ट्रपति को जरूरी निवेदन देना है. उसके बाद सांसदों की बैठक चलेगी और फिर हम मुद्देवार चर्चा करेंगे.
बीजेपी को नहीं मिला बहुमत
बता दें कि हाल ही में सपंन्न हुए लोकसभा चुनाव में बीजेपी को अपने दम पर बहुमत नहीं मिला है. ऐसे में जनता दल यूनाइटेड (JDU) और तेलुगु देशम पार्टी एनडीए के दो सबसे बड़ी सहयोगी दल बनकर उभरे हैं. ऐसे में माना जा रहा है कि दोनों दलों की एनडीए में अहम भूमिका हो सकती है. बीजेपी के बाद टीडीपी के पास सबसे ज्यादा 16 सांसद हैं, जबकि जेडीयू 12 सांसदों के साथ एनडीए की दूसरी सबसे बड़ी सहयोगी पार्टी है.