राजसत्ता एक्सप्रेस डेस्क :एक तरफ प्रधानमंत्री मोदी पार्टी कार्यकर्ताओं को जरूरतमंदों की सेवा का सन्देश दे रहे हैं तो वहीं दूसरी तरफ उन्हीं के संसदीय क्षेत्र का भाजपा पदाधिकारी शराब की तस्करी में लिप्त पाया जाए तो उससे ज्यादा दुर्भाग्यपूर्ण और क्या कहा जाएगा। पदाधिकारी भी छोटा -मोटा नहीं बल्कि भारतीय जनता पार्टी युवा मोर्चा का जिलाध्यक्ष, फिलहाल शराब तस्करी में संलिप्तत्ता सामने आते ही पार्टी ने तत्काल पद से हटा दिया है।
हैरान करने वाला वाक्या वाराणसी के चौबेपुर थाना क्षेत्र का है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक़ चौबेपुर थाना क्षेत्र के संदहा तिराहे के पास 26 अप्रैल की शाम लॉकडाउन के चलते पुलिस कर्मी चेकिंग कर रहें थे. इसी दौरान गाजीपुर की तरफ से एक मारुति 800 कार आयति दिखी, कार संदिग्ध नज़र आने पर जब रोके जाने के लिए कहा गया तो ड्राइवर ने कार भगा ली। जिस पर पुलिसकर्मियों ने मोटरसाइकिल से पीछा किया। कुछ दूर आगे जाकर कार रिंग रोड से सर्विस रोड पर उतर गई जिसमें से एक व्यक्ति तो उतर कर भाग निकला जबकि दो कार सवार धार लिए गए। इन्होने अपना नाम अरूण पाल उर्फ बबलू पाल और संतोष गुप्ता बताया।
पुलिस ने पकड़ी गई कार से 12 पेटी देसी शराब की बरामद की, पूछताछ में भागने वाले शराब तस्कर का नाम अरविंद पांडेय बताया गया। एएसपी अभिषेक अग्रवाल ने मीडिया को बताया कि शराब तस्करी का मुख्य संचालक संजय गुप्ता मालूम पड़ा है। संजय मौके से पकडे गए संतोष गुप्ता का बड़ा भाई है। संजय गुप्ता कोई और नहीं भाजपा युवा मोर्चा का जिलाध्यक्ष है। बहरहाल पुलिस ने तीनों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करके अवैध शराब कब्जे में ले लिया।
पुलिस द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति में संजय गुप्ता का नाम साफ तौर पर शराब तस्करी के मुख्य संचालक के तौर पर दर्ज था। इसपर बिना विलम्ब किये भाजपा ने अनुशासनात्मक कार्रवाई करते हुए सोमवार को एक पत्र जारी किया, जिसमें लॉक डाउन का उल्लंघन और संगठन मानदंडों के प्रतिकूल कृत्य करने के आरोप में संजय गुप्ता को पद से हटाए जाने की सूचना दी गयी है।
बीजेपी काशी क्षेत्र के अध्यक्ष महेश श्रीवास्तव ने भी मीडिया से संजय के पद से निष्कासन की पुष्टि की। कहा कि पिछले कुछ दिनों से संजय गुप्ता की शिकायत आ रही थी. जिस पर कार्रवाई करते हुए उन्हें पद से हटा दिया गया है। वहीँ इस मामले में वाराणसी के जिला आबकारी अधिकारी करुणेंद्र सिंह ने बताया कि बरामद शराब की जांच आबकारी विभाग कर रहा है कि वह कहां की शराब है। बरामद की गई शराब की कीमत 35 हजार रुपये बताई जा रही है। उधर पुलिस अब संजय गुप्ता पर शिकंजा कास रही है।