कोलकाता: लंबे असरे के बाद देश में एकबार फिर नागरिकता संशोधन कानून (CAA) की चर्चा शुरु होती दिख रही है। भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष जेपी नड्डा (BJP President JP Nadda) ने कहा कि कोरोना महामारी की वजह से कुछ वक्त के लिए सीएए के क्रियान्वयन में देरी हुई है लेकिन बहुत जल्द ही इसे लागू कर दिया जाएगा।
‘कोरोना की वजह से CAA में हुई देरी’
पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी में कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए नड्डा ने कहा कि देश के सभी लोगों को नागरिकता संशोधन कानून (citizenship amendment act ) का लाभ मिलेगा। हमारी सरकार इसके लिए प्रतिबद्ध है, यही वजह है कि हमने संसद में इसे पारित किया है। कोरोना संकट के चलते इसे लागू करने में कुछ देरी जरुर हुई है लेकिन जैसे-जैसे देश के हालात सुधर रहे हैं इस काम में भी तेजी आ चुकी है।
‘ममता का बांटो और राज करो में यकीन’
ममता बनर्जी सरकार पर हमला बोलते हुए जेपी नड्डा ने तगा कि बंगाल में ममता बनर्जी सरकार अपने राजनीतिक हितों को पूरा करने के लिए ‘फूट डालो और राज करो’ की राजनीति कर रही है। जबकि भारतीय जनता पार्टी सबका साथ-सबका विकास की नीति पर काम करती है।
क्या है सीएए?
नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के तहत भारत सरकार ने अपने पड़ोसी देश अफगानिस्तान, बांग्लादेश और पाकिस्तान के धर्म (हिंदू, सिख, बौद्ध, जैन, पारसी और ईसाई ) के आधार पर प्रताड़ित अल्पसंख्यकों को नागरिकता देने का प्रावधान किया है। पिछले साल जब संसद में इस कानून को पास किया गया तो देश के कई हिस्सों में हिंसक विरोध प्रदर्शन हुए थे।