350 करोड़ के ‘कंगूवा’ का हश्र देख बॉबी देओल को अगली फिल्मों में ये गलतियां नहीं दोहरानी चाहिए

हाल ही में रिलीज़ हुई फिल्म कंगूवा बॉक्स ऑफिस पर बुरी तरह पिट चुकी है। सूर्या और बॉबी देओल की यह फिल्म पहले हफ्ते में ही बिखर गई है। फिल्म के मेकर्स की उम्मीदें थी कि यह फिल्म 700-800 करोड़ की कमाई करेगी, लेकिन फिल्म ने अपना 350 करोड़ का बजट तक नहीं निकाल पाया। जहां एक तरफ सूर्या के अभिनय की तारीफ हो रही है, वहीं बॉबी देओल के किरदार को लेकर दर्शक नाखुश दिख रहे हैं। हालांकि बॉबी का लुक और एक्टिंग एकदम बेहतरीन थी, लेकिन उनका किरदार कहानी से जुड़ा हुआ नहीं था और डायलॉग्स भी कुछ खास प्रभाव नहीं छोड़ पाए। बॉबी देओल के लिए यह फिल्म एक बड़ा सबक बन सकती है, खासकर जब उनके अगले प्रोजेक्ट्स पर भी बहुत उम्मीदें हैं।

बॉबी देओल के डायलॉग्स और स्क्रीन प्रजेंस पर सवाल

कंगूवा में बॉबी देओल का किरदार हालांकि खतरनाक था, लेकिन वह फिल्म के बाकी हिस्सों से पूरी तरह से जुड़ा हुआ नहीं था। सबसे बड़ी आलोचना उनके डायलॉग्स की हुई, जो कि पूरी तरह से तमिल से हिंदी में ट्रांसलेट किए गए थे। उनकी डायलॉग डिलीवरी भी निराशाजनक मानी जा रही है, जिससे दर्शकों को वह प्रभाव नहीं मिला जो चाहिए था। इसके अलावा, बॉबी के खतरनाक लुक से ज्यादा जरूरी यह था कि फिल्म के मेकर्स उनके रोल और स्क्रीन प्रजेंस पर ज्यादा ध्यान देते। फिल्म की कमजोर स्क्रिप्ट और निर्देशन के कारण उनका चार्म पूरी तरह से गायब हो गया।

आश्रम 4 – पुराने जोन में वापसी

बॉबी देओल ने आश्रम सीरीज में अपनी विलेनगिरी से काफी नाम कमाया है। आश्रम के बाबा निराला के किरदार ने उन्हें ओटीटी प्लेटफॉर्म पर एक अलग पहचान दी है। बॉबी को अपने इस किरदार में और ज्यादा शांति और गहराई के साथ काम करना होगा। बाबा निराला का किरदार इतना खतरनाक नहीं होना चाहिए, जितना कि फिल्म कंगूवा में दिखाया गया था। आश्रम 4 में बॉबी को अपने पुराने जोन में वापसी करनी होगी, जिसमें वे शांति से अपने गलत कामों को अंजाम देते हैं। उन्हें सिर्फ खूंखार दिखने की बजाय, अपने किरदार में और गहराई लानी होगी, जिससे दर्शकों को और ज्यादा आनंद मिले।

अल्फा – विलेन के किरदार में ताजगी लानी होगी

बॉबी देओल के पास अब यशराज फिल्म्स की अल्फा भी है, जो कि यशराज स्पाई यूनिवर्स का हिस्सा होगी। इस फिल्म में बॉबी का किरदार विलेन का है, और उनके साथ आलिया भट्ट और शरवरी वाघ भी मुख्य भूमिका में हैं। कंगूवा के बाद अल्फा में बॉबी से बहुत उम्मीदें हैं, लेकिन उन्हें याद रखना होगा कि केवल खतरनाक दिखना ही पर्याप्त नहीं होगा। अपने विलेन किरदार में कुछ नया और ताजगी लाने के लिए उन्हें कुछ अलग करना होगा, ताकि दर्शकों को एक नया अनुभव मिले और वे बॉबी को एक बार फिर से विलेन के रूप में दिल से पसंद करें।

बॉबी देओल को चाहिए अपने किरदार में बदलाव

बॉबी देओल की कंगूवा में असफलता के बाद, उन्हें अपनी आगामी फिल्मों में कुछ चीजें सुधारनी होंगी। आश्रम 4 और अल्फा जैसी फिल्मों में उनकी भूमिका और डायलॉग डिलीवरी में सुधार करके वे अपने करियर को नए मुकाम तक पहुंचा सकते हैं। बॉबी को यह समझने की जरूरत है कि विलेन का किरदार केवल खतरनाक दिखने के लिए नहीं होता, बल्कि उसे अपने अभिनय और स्क्रीन प्रजेंस से दर्शकों का दिल जीतना होता है। अगर वे इन पहलुओं पर ध्यान देंगे, तो वे फिर से फिल्म इंडस्ट्री में अपनी एक नई पहचान बना सकते हैं।

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