बीजेपी सांसद और कुश्ती संघ के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह ने रविवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस किया. बृजभूषण ने कई सवालों के जवाब दिए हैं. केंद्रीय खेल मंत्रालय के फैसले के बाद फेडरेशन के नवनियुक्त अध्यक्ष संजय सिंह भी सस्पेंड हो गए हैं. इस पर बृजभूषण सिंह ने कहा कि पहले दिन से इस मामले में राजनीति हो रही है. संजय सिंह भूमिहार हैं और मैं राजपूत हूं. हम दोनों लोग सिर्फ एक अच्छे दोस्त हैं.
गोंडा में रेसलिंग चैंपियनशिप कराने के सवाल का जवाब देते हुए बृजभूषण ने कहा कि हर फेडरेशन के लोगों ने हाथ खड़ा कर दिया कि हम इसे नहीं चला सकते है. अब सरकार जहां चाहे, वहां टूर्नामेंट कराए. अब जो भी फैसला लेना है, चुने हुए लोग लें. उन्होंने साफ किया कि अब कुश्ती से मेरा कोई नाता नहीं है. वहीं, दबदबे वाले पोस्टर को लेकर उन्होंने कहा कि उस पोस्ट से अहंकार की बू आ रही थी, इसलिए उसे हटा लिया था.
बृजभूषण सिंह ने कहा कि मैंने 12 साल तक कुश्ती की है इस खेल से मेरा नाता रहा है. मैंने इससे पहले किसी भी तरह के इस्तीफे की कोई सिफारिश नहीं की. मैं पहले ही कुश्ती से नाता तोड़ चुका हूं और कुश्ती से संन्यास ले लिया है. मैं खेल मंत्रालय से गुजारिश करूंगा कि कुश्ती का खेल करवाए. वरना बच्चों का एक साल खराब होगा. पूर्व WFI चीफ ने कहा कि मेरा लोकसभा का चुनाव आ रहा है. मेरे पास पहले से ही बहुत सारे काम हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमित शाह मेरे नेता हैं. लोकसभा चुनाव में मोदी की सरकार बनेगी.
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, बृजभूषण शरण सिंह ने कहा कि पहले दिन से इस मामले में राजनीति हो रही है. इसमें कांग्रेस और टुकड़े -टुकड़े गैंग शामिल है. मैं कुश्ती के भरोसे इस जगह पर पहुंचा हूं. मेरा घर अयोध्या में है. नंदिनी नगर में इसलिए तय हुआ क्योंकि और कहीं इतने कम दिन में तैयारी नहीं हो सकती थी. अपने घर के बाहर लगाए गए पोस्टरों और जेपी नड्डा से मुलाकात पर प्रतिक्रिया देते हुए बृजभूषण शरण सिंह ने कहा कि चुनाव आने वाले हैं मैं कभी भी किसी से मिल सकता हूं. नड्डा जी हमारे नेता है हम उनसे मिलते रहेंगे. लेकिन पहलवानों के संबंध में कुछ बात नहीं हुई है…. मुझे लगा कि इस पोस्टर में अहंकार की बू आ रही है इसलिए पोस्टर को हटा दिया.