नए संसद भवन का पीएम नरेंद्र मोदी 28 मई को उद्घाटन करेंगे। पर पीएम मोदी के नए संसद भवन के उद्घाटन करने से करीब 19 राजनीतिक दल नाराज हैं। कांग्रेस, टीएमसी, राजद समेत 19 पार्टियों ने 28 मई को होने वाले उद्घाटन समारोह का बहिष्कार किया है।
इन राजनीतिक दलों की मांग है कि, नए संसद भवन का उद्घाटन राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को करना चाहिए। इस विरोध और बहिष्कार का बसपा सुप्रीमो मायावती ने विरोध किया है। उन्होंने सभी दलों पर निशाना साधते हुए कहाकि, यह पूरी तरह से अनुचित है। इससे पूर्व AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि अगर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला नए संसद भवन का उद्घाटन नहीं करेंगे, तो उनकी पार्टी इसका विरोध करेगी।
“Unfair,” says BSP’s Mayawati on Opposition boycott of new Parliament building
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— ANI Digital (@ani_digital) May 25, 2023
बसपा सुप्रीमो मायावती ने नए संसद भवन के उद्घाटन पर अपने ट्वीट पर लिखा कि, केन्द्र में पहले चाहे कांग्रेस पार्टी की सरकार रही हो या अब वर्तमान में भाजपा की, बीएसपी ने देश व जनहित निहित मुद्दों पर हमेशा दलगत राजनीति से ऊपर उठकर उनका समर्थन किया है तथा 28 मई को संसद के नये भवन के उद्घाटन को भी पार्टी इसी संदर्भ में देखते हुए इसका स्वागत करती है।
बसपा सुप्रीमो मायावती ने आगे लिखा कि, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के नए संसद का उद्घाटन नहीं कराए जाने को लेकर बहिष्कार अनुचित। सरकार ने इसको बनाया है इसलिए उसके उद्घाटन का उसे हक है। इसको आदिवासी महिला सम्मान से जोड़ना भी अनुचित। यह उन्हें निर्विरोध न चुनकर उनके विरुद्ध उम्मीदवार खड़ा करते वक्त सोचना चाहिए था।
बसपा सुप्रीमो मायावती ने इसके बाद एक और ट्वीट किया कि देश को समर्पित को होने वाले कार्यक्रम अर्थात नए संसद भवन के उद्घाटन समारोह का निमंत्रण मुझे प्राप्त हुआ है, जिसके लिए आभार और मेरी शुभकामनायें। किन्तु पार्टी की लगातार जारी समीक्षा बैठकों सम्बंधी अपनी पूर्व निर्धारित व्यस्तता के कारण मैं उस समारोह में शामिल नहीं हो पाऊंगी।