मां-बाप बच्चों को पढ़ाने- लिखाने के लिए हर कोशिश करते है, पूरी ताकत झोंक देते हैं ताकि उनके बच्चे अच्छे स्कूल में पढ़ाई कर सकें. इसके बाद भी मिडिल क्लास अभिवावक स्कूल की बढ़ते शुल्क के आगे बेबस नजर आते हैं .
ऐसा ही कुछ यूपी के बुलंदशहर जिले में देखने को मिला है. यहां आरोप है कि स्कूल प्रशासन सौदेबाजी पर उतारू होगा. इंटरमीडिएट के एक छात्र को प्रवेश पत्र देने के एवज में पिता की मोटरसाइकिल गिरवी रखवा ली गई. वहीं, स्कूल प्रशासन इसे अपने विरुद्ध साजिश बता रहा है.
प्रकरण बुलंदशहर के स्याना क्षेत्र में स्थित मैपल ग्रूव वर्ल्ड स्कूल का है. इस साल का शैक्षणिक सत्र समाप्त होने वाला है, जल्द ही बोर्ड परीक्षाएं प्रारंभ जाएंगी.
इसी के चलते स्कूल द्वारा स्टूडेंट्स को प्रवेश पत्र बांटे जा रहे हैं. यहां 12 वीं के छात्र जितेंद्र वशिष्ठ का कहना है कि उसकी स्कूल की वार्षिक फीस 49 हजार 900 रुपये है.
इसमें से वशिष्ठ के पिता ने 34500 रुपये जमा करा दिए थे. पैसे की परेशानी के चलते 15400 रुपये जमा करना बाकी था. स्कूल प्रशासन ने पूरा शुल्क न भरने की वजह उसे प्रवेश पत्र देने से इनकार कर दिया. इसके बाद छात्र के पिता स्कूल के वाइस चेयरमैन से बात करने गए. पिता ने जल्द ही पूरी फीस जमा कराने की बात कही.
आरोप है कि स्कूल के वाइस चेयरमैन ने उन्हें समय देने के बजाए कोई सामान गिरवी रखने की बात कही. इस पर लाचार होकर छात्र के पिता ने अपनी मोटरसाइकिल की चाबी थमा दी. इसके बाद मैनेजर ने बाकायदा उनसे एक पेपर पर फीस के बदले मोटरसाइकिल जमा करने की बात लिखवाई.