कनाडा के विपक्षी नेता पियरे पोइलिवरे 22 जनवरी को उत्तर प्रदेश के अयोध्या में राम मंदिर के उद्घाटन के अवसर पर कनाडा में एक कार्यक्रम में भाग लेंगे। यह कार्यक्रम वैदिक हिंदू संस्कृति सोसायटी द्वारा आयोजित किया गया है। सोसायटी के अध्यक्ष सतीश गोयल ने कार्यक्रम में पियरे पोइलिवरे के शामिल होने की बात कही है।
बता दें कि 44 वर्षीय पोइलिवरे जस्टिन ट्रूडो सरकार के खिलाफ विपक्ष के नेता हैं। कंजर्वेटिव पार्टी के सदस्य, पोइलिवरे पहले भी कनाडा में हिंदुओं के प्रति नफरत पर बोल चुके हैं। उन्होंने सितंबर में कहा था, ”हिंदुओं ने हमारे देश के हर हिस्से में अमूल्य योगदान दिया है और यहां उनका हमेशा स्वागत किया जाएगा।”
राम मंदिर के उद्घाटन समारोह में पियरे पोइलिव्रे की उपस्थिति भारत- कनाडा में जस्टिन ट्रूडो की सरकार के बीच संबंधों में आई कमी के बीच हुई। पिछले साल अक्टूबर में पोइलिवरे ने कहा था कि अगर वह अगले प्रधानमंत्री बनते हैं तो वह भारत के साथ संबंध बहाल करने के लिए काम करेंगे।
उन्होंने कहा था। “हमें भारत सरकार के साथ पेशेवर रिश्ते की ज़रूरत है। भारत पृथ्वी पर सबसे बड़ा लोकतंत्र है। और हमारी असहमति होना और एक-दूसरे को जवाबदेह ठहराना ठीक है, लेकिन हमें एक पेशेवर रिश्ता रखना होगा, और जब मैं इस देश का प्रधान मंत्री बनूंगा तो मैं इसे बहाल करूंगा।”
बता दें कि इस वक्त कनाडा सरकार और भारत के रिश्ते सबसे खराब दौर पर गुजर रहे हैं। कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो द्वारा खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में तथाकथित “भारतीय एजेंटों” के शामिल होने के आरोप लगाने के बाद की थी। हालांकि भारत ने आरोपों का जोरदार खंडन किया था और ट्रूडो की टिप्पणियों को “बेतुका और प्रेरित” बताया था।