उत्तर प्रदेश . अलीगढ़ के थाना क्वार्सी क्षेत्र के छर्रा अड्डा पुल के नीचे नगर निगम की प्रॉपर्टी में रह रहे बिहार निवासी मजदूरों के बच्चे के अपहरण का केस। इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर के सहयोग से पुलिस किडनैपरों तक पहुंच गई और दोषियों को गिरफ्तार कर लिया। परन्तु जब बदमाश बच्चे को 20 हजार रुपये में बेच चुके थे। बदमाशों की निशानदेही पर बच्चे को भी प्राप्त कर लिया गया। वहीं, बच्चे को गैरकानूनी ढंग से खरीदने के जुर्म में दम्पति को भी पुलिस अपने गिरप्त में ले ली है ।
दरअसल बिहार के जनपद भागलपुर के गांव तमोली बिशनपुर के रहने वाले बबलू तकरीबन 20 वर्षों से यहां रहकर कबाड़ बीनने का कार्य करता है। उसके 4 बेटियां व 4 वर्ष का एकलौता पुत्र भोला है। सोमवार की सुबह खेलते समय लगभग 9:30 बजे मोटरसाइकिल सवार दो युवकों ने भोला को यह कहकर उठा लिया की कन्या लांगरा पूजन में खाना खिलाने के लिए ले जा रहे हैं। इसकी जानकारी उसकी 9 साल बहन रूपा ने घर आकर परिजनों को दी। परिजनों ने पड़ोसियों के साथ जाकर पुलिस को घटना की जानकारी दी। पुलिस ने इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर में 100 से ज्यादा CCTV खंगाल कर मोटरसाइकिल व दोनों दोषियों को ट्रेस कर लिया। दोनों बदमाश सासनी गेट इलाके के गंभीरपुरा निवासी शनि व प्रिंस हैं। पुलिस के अनुसार बदमाशों ने बच्चे को ₹20000 में बाबरी मंडी में रहने वाले अक्षर व सोनिया नाम के दंपत्ति को बेच दिया था। बच्चे को पाकर माता-पिता बेहद खुश हैं और पुलिस का कोटि-कोटि नमन कर धन्यवाद दे रहे हैं।
"बच्चे की लालसा कहीं आपको जेल ना भेज दे…"
दिनभर चले आपरेशन में 4वर्षीय, झुग्गी में रहने वाला अपहृत बच्चा बरामद- बेचने/खरीदने/वाले कुल 3अपराधी गिरफ्तार-
बरामदगी करने वाली टीम को प्रशस्ति पत्र व ₹25000 पुरस्कार से पुरस्कृत करने की घोषणा की जाती है#ऑपरेशन_खुशी #Operation_khushi pic.twitter.com/HAeRoqGYr5— Kalanidhi Naithani (I.P.S) (@ipsnaithani) November 2, 2021