भारतीय अंतरिक्ष यान चंद्रयान-3 गुरूवार यानी 17 अगस्त को सफलता पूर्वक अपने लैंडर विक्रम से जुदा हो गया है। चंद्रयान-3 स्पेसक्राप्ट और लैंडर विक्रम का यह सफर लगभग एक महीने तक चला है। बता दें कि चंद्रयान-3 को बीते महीने 14 जुलाई को भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन यानी इसरो से लॉन्च किया गया था।
इसरो के पूर्व वैज्ञानिक मायलस्वामी अन्नादुराई ने चंद्रयान से विक्रम लैंडर के अलग होने के बाद कहा कि यह एक बड़ी उपलब्धि है। भारत ही नहीं बल्कि पूरा विश्व इसका इंतजार कर रहा है।चंद्रयान-3 से अलग होने के बाद लैंडर विक्रम अकेला ही चंद्रा की सतह की ओर जाएगा। चंद्रयान-3 मिशन के आगामी चरणों में ऑनबोर्ड उपकरणों को सक्रिय करना और वैलिड करना शामिल है।
चंद्रयान-3 के फाइनल स्टेज में पहुंचने में केवल एक हफ्ते का समय बाकी रह गया है। 23 अगस्त शाम 5.47 मिनट बजे लैंडर विक्रम और रोवर प्रज्ञान की चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुप पर उतरने की उम्मीद है।