रायपुर: छत्तीसगढ़ में कांग्रेस के अंदर का घमासान कम होता नहीं दिख रहा है. स्वास्थ्य मंत्री टी.एस. सिंहदेव और मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बीच तल्खी अभी खत्म भी नहीं हुई थी कि अब विधानसभा अध्यक्ष डॉ चरणदास महंत अपनी नाराजगी खुलकर व्यक्त कर रहे हैं. ढाई-ढाई साल मुख्यमंत्री बने रहने के फॉर्मूले पर भी महंत ने जो बात कही उससे प्रदेश का सियासी पारा एक बार फिर चढ़ है. विधानसभा अध्यक्ष चरणदास महंत ने आयोग, मंडल में नियुक्ति को लेकर साफ कहा कि मैं नाराज हूं.
छत्तीसगढ़ के विधानसभा अध्यक्ष डॉ चरणदास महंत 3 दिन के कोरिया जिले के दौरे पर पहुंचे थे. महंत की पत्नी ज्योत्सना महंत के संसदीय क्षेत्र का हिस्सा कोरिया भी है. ज्योत्सना महंत कोरबा से कांग्रेस की लोकसभा सांसद हैं. छत्तीसगढ़ में पिछले एक महीने से ढाई-ढाई साल मुख्यमंत्री बने रहने के फॉर्मूले की चर्चा का बाजार गर्म है. इसी बीच स्वास्थ्य मंत्री टी.एस. सिंहदेव पर कांग्रेस के ही विधायक बृहस्पति सिंह ने जान से मरवाने का आरोप लगा दिया था, जिसके बाद स्वास्थ्य मंत्री टी.एस. सिंहदेव अपने ही सरकार के रवैये से दुखी होकर विधानसभा से बाहर आ गए थे. हालांकि, बाद में आलाकमान के निर्देश पर कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी पी.एल. पुनिया ने मोर्चा संभाला और बृहस्पति सिंह के विधानसभा में खेद प्रकट करने के साथ ही मामला ठंडा हुआ था.
इसी बीच कई बार विधायकों की अलग-अलग मीटिंग और मुख्यमंत्री निवास में विधायकों के बैठक और भोज का कार्यक्रम भी हुआ. इस दौरान स्वास्थ्य मंत्री टी.एस. सिंहदेव अगस्त महीने में ही करीब एक हफ्ते तक दिल्ली में रहे. हालांकि उनकी ओर से यही कहा गया कि आलाकमान ने त्रिपुरा भेजा है, इसलिए वो त्रिपुरा की रिपोर्ट सौंपने दिल्ली गए हैं. लेकिन छत्तीसगढ़ के सियासी पंडितों ने सिंहदेव के इस दौरे को भी ढाई-ढाई साल वाले फॉर्मूले से जोड़ दिया. ऐसे में विधानसभा अध्यक्ष डॉ चरणदास महंत का ढाई-ढाई साल मुख्यमंत्री बने रहने के मामले में बयान देना एक बार फिर प्रदेश में में चर्चा का विषय बन गया है.
विधानसभा अध्यक्ष डॉ.चरणदास महंत से कोरिया जिले में पत्रकारों ने ढाई-ढाई साल मुख्यमंत्री बने रहने के फॉर्मूले पर सवाल किया. इसके जवाब में महंत ने कहा कि ये मामला मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और स्वास्थ्य मंत्री टी.एस. सिंहदेव के बीच का है. इसकी जानकारी राहुल गांधी रखते हैं. ये बात दिल्ली से ही पता चल सकती है. कयासों से इसका निष्कर्ष नहीं निकाला जा सकता है.
जब पत्रकारों ने मुख्यमंत्री की रेस में होने का सवाल किया तो महंत ने जो जवाब दिया प्रदेश में उसकी चर्चा ज्यादा हो रही है. दरअसल महंत ने कहा कि हम चार लोग यानी मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, स्वास्थ्य मंत्री टी.एस.सिंहदेव, गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू और खुद अपने बारे में यानी विधानसभा अध्यक्ष डॉ चरणदास महंत सीएम की रेस में थे. उस समय हुए फैसले को महंत सेमीफाइनल मैच से जोड़ रहे हैं. वहीँ अब कह रहे हैं कि मैं और गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू उस समय सेमीफाइनल खेल रहे थे. सेमीफाइनल में तो 4 लोग ही खेलते हैं लेकिन अभी 2 हैं. इसमें से जो फाइनल जीतेगा वही जीतेगा. जिन दो लोगों का जिक्र महंत कर रहे हैं वो मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और स्वास्थ्य मंत्री टी.एस. सिंहदेव ही हैं.
छत्तीसगढ़ में पिछले दिनों निगम, मंडल और आयोग की सूची निकली. इस दौरान जिन लोगों का नाम सूची में आ गया था, उन लोगों में से भी कुछ लोगों ने नाराजगी जाहिर की. हालांकि, खुलकर किसी ने विरोध दर्ज नहीं किया. वहीँ जिन लोगों का नाम सूची में नहीं था उन लोगों का नाराज होना तो स्वाभाविक था. इसी बीच विधानसभा अध्यक्ष डॉ चरणदास महंत कोरिया जिले के दौरे में पहुंच गए. पत्रकारों ने कोरिया जिले के नेताओं को निगम मंडल में जगह नहीं मिलने की वजह से नाराजगी पर सवाल किया. इस पर महंत ने जवाब दिया कि कोरिया जिले के लोगों को जगह नहीं मिली इसलिए मैं नाराज हूं.
बीजेपी ने कहा कांग्रेस के अंतर्कलह से ब्यूरोक्रेट्स, शासन और प्रशासन सब प्रभावित हो रहे हैं. कांग्रेस बोली महंत जी बड़े नेता हैं. छत्तीसगढ़ में कांग्रेस के अंदर मचे घमासान पर बीजेपी की प्रतिक्रया भी आई. बीजेपी विधायक ब्रजमोहन अग्रवाल ने कहा की कांग्रेस के ढाई-ढाई साल मुख्यमंत्री के फॉर्मूले की वजह से छत्तीसगढ़ का विकास प्रभावित हो रहा है. शासन, प्रशासन और ब्यूरोक्रेट्स सब कन्फ्यूज हैं. इसलिए छत्तीसगढ़ की जनता का नुकसान हो रहा है. वहीँ इस पूरे मामले पर एबीपी न्यूज़ ने जब कांग्रेस के मीडिया विभाग के चेयरमैन शैलेश नितिन त्रिवेदी से बात की तो उन्होंने सिर्फ इतना कहा की डॉ. चरणदास महंत संवैधानिक पद पर हैं, केंद्रीय मंत्री रह चुके हैं. इस मामले में मैं क्या कह सकता हूं. महंत जी बड़े नेता हैं.