इंडिया मोबाइल कांग्रेस के पहले दिन एक प्रोग्राम में उपस्थित चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ मनोज पांडे ने भविष्य के युद्ध पर एक नजर डाला। इसके साथ ही उन्होंने तकनीकी उद्योग से अग्निवीरों के लिए भी सामने आने की भी अपील की।
जनरल मनोज पांडे भविष्य ने युद्ध में टेक्नोलॉजी के प्रयोग पर आयोजित एक इवेंट में शामिल हुए। उन्होंने बताया कि बार-बार ये बात पुख्ता तौर पर सामने आई है कि संघर्ष पर वही विजय प्राप्त करेगा जिसके पास बेहतर टेक्नोलॉजी होगी। उन्होंने कहा कि आज की सिक्योर्टी टेक्नोलॉजी पर डिपेंड है।
टेक्नोलॉजी और युद्ध के मजबूत जुड़ाव का उदाहरण देते हुए कहा कि हमें भविष्य के संघर्ष में टेक्नोलॉजी के प्रयोग पर बातचीत करते हुए बहुत पीछे जाने की आवश्कता नहीं है। वर्ष 2020 में आर्मेनिया और अजरबैजान के मध्य युद्ध में ड्रोन का खूब इस्तेमाल हुआ। ड्रोन का ऐसा ही सटीक प्रयोग हमास के विरुद्ध इस्राइल ने किया है। रूस और यूक्रेन के मध्य चल रहे संघर्ष में भी टेक्नोलॉजी का जबरदस्त प्रयोग देखने को मिला है।