नई दिल्ली: सोमवार को नई दिल्ली के त्यागराज स्टेडियम में ‘देश का मेंटर’ कार्यक्रम के अवसर पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा स्कूल खत्म होने के बाद बच्चों को यह नहीं पता होता कि वह भविष्य में क्या करे। अगर बच्चों को वक्त अच्छे मेंटोर मिलेंगे जो उन्हें बता सकें कि वह आगे क्या कर सकते हैं तो बच्चों को काफी सहयोग मिलेगा।
दिल्ली के सभी सरकारी स्कूलों में आज से ‘देश के मेंटर’ योजना का शुभारम्भ
मुख्यमंत्री बोले कि दिल्ली में शिक्षा में कुछ अद्भुत हो रहा है। दिल्ली के सरकारी विद्यालय मे बच्चों को आंकड़ा 16 लाख ही रहता था। लेकिन इस वर्ष ये बढ़कर 18 लाख 70 हज़ार हो गया है। ये परिवर्तन हुआ है। निजी स्कूल से 2 लाख 70 हज़ार बच्चे सरकारी मे आ जाएं तो ये बदलाव है।
स्कूल में ही हमारे बच्चों को बेहतर मार्गदर्शन मिले तो वो दुनिया जीत सकते हैं। आज से दिल्ली के सरकारी स्कूलों में देश के मेंटर योजना शुरु हो गई है।
सभी युवाओं से मेरी अपील, एक मेंटर के तौर पर बच्चों के साथ ज़रुर जुड़ें, उज्जवल भविष्य की तरफ़ ले जाने में उनकी मदद करें। pic.twitter.com/pkJ3JQhtwe
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) October 11, 2021
मुख्यमंत्री ने कहा दिल्ली के शिक्षा के काम की महक अमेरिका के राष्ट्रपति के घर तक जा रही है। बच्चों को बिजनेस शुरु कर रहे हैं। सरकारी स्कूल के बच्चों को नौकरी ढूंढने नही , नौकरी देने के लिए सिखाया , तैयार किया जा रहा है। बच्चों को अच्छा इंसान बनना सिखाया जाता है। 9वीं के बाद बच्चों मे दो चीजें आवश्यक होती है।
एक ऐसा मेंटर मिले जिसके साथ वो अपनी सारी समस्या साझा र कर सकें…
- 1. इमोशनल नीड बच्चों को होती है।
- 2. 9 से 12 के बाद आगे क्या करना है, क्या बनना है।
आगे दिल्ली के CM ने कहा कि अगर आप एक बच्चे को भी तैयार कर रहे हैं एक मेंटर की तरह तो आप भी राष्ट्र निर्माण में अपना सहयोग दे रहे हैं। आज शिक्षा को एक बड़ा कदम उठाया जा रहा है। शिक्षा जन आन्दोलन बनेगी। दिल्ली की शिक्षा पिछले कई सालों मे बदली है। अभिभावक , टीचर पुरा मंत्रालय बहुत अच्छा कर रहे हैं , सिर्फ एक कमी है बच्चे की होल्डिंग करना,एक मेंटर की, किसी भी रूप में हो लेकिन बच्चे को समझना उन्हें आगे बढ़ने के लिए। इसी के लिए इसकी शूरुआत की जा रही है देश का मेंटर बच्चे के अन्दर सपनों को पालने का काम मेंटर करेगा।