डेरा सच्चा सौदा गुरमीत राम रहीम को 40 दिन की पैरोल दिए जाने के बाद सियासी बवाल मच गया है। हरियाणा की बीजेपी सरकार सवालों के घेरे में है। बता दें कि इससे पहले भी जब राम रहीम को पैरोल दी गई थी तब कांग्रेस ने बीजेपी पर निशाना साधा था। वहीं, राम रहीम को मिली पैरोल को लेकर एक बार फिर कांग्रेस-बीजेपी में जुबानी जंग शुरू हो गई है। इसे लेकर अब हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर का भी रिएक्शन सामने आया है।
सीएम खट्टर ने कहा है कि मुझे इस बात की जानकारी नहीं है कि राम रहीम को पैरोल मिली है. अब जबकि पैरोल मिला है तो नियमों का पालन करने के बाद ही मिला होगा। वैसे भी यह हर कैदी का अधिकार है। मैं इसमें दखल नहीं दे सकता। उन्होंने यह बयान ऐसे समय में दिया है जब कांग्रेस लगातार भाजपा को निशाने पर ले रही है। इससे पहले अक्टूबर में जब राम रहीम को पैरोल दी गई थी तो कांग्रेस ने हमला बोला था और कहा था कि यह पैरोल चुनाव में लोगों को प्रभावित करने के लिए दी गई है। पैरोल मिलने के बाद राम रहीम ने हरियाणा में अपने आश्रम में श्रद्धालुओं को संबोधित किया।
राम रहीम ने अपने संबोधन में कहा था कि आप सब्र से काम लीजिए। उनके इस बयान के राजनीतिक गलियारों में कई मायने निकाले गए। बता दें कि बाबा राम रहीम को दो साध्वियों से रेप समेत पत्रकार की हत्या के मामले में 20 साल कैद की सजा सुनाई गई थी। सीबीआई कोर्ट ने हिंसा के मामले में राम रहीम को उम्रकैद की सजा भी सुनाई थी, जिसका उनके समर्थकों ने विरोध भी किया था।