उत्तर प्रदेश की 9 विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की। इस बैठक में उन्होंने पार्टी के नेताओं और प्रभारी मंत्रियों को उपचुनाव में जीत सुनिश्चित करने के लिए निष्ठा और समर्पण के साथ कार्य करने का निर्देश दिया। सीएम ने सभी मंत्रियों और पदाधिकारियों को चुनाव में उनकी जिम्मेदारियों के बारे में भी बताया।
बूथ स्तर पर चुनाव प्रबंधन पर जोर
सीएम योगी ने मंत्रियों और पदाधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिया कि वे बूथ स्तर पर चुनाव प्रबंधन को मजबूती से संभालें। उन्होंने कहा कि उपचुनाव में जीत केवल एक चुनावी सफलता नहीं, बल्कि जनता के विश्वास की जीत भी होगी। उन्होंने बैठक में सुझाव दिया कि चौपालों के माध्यम से लोगों की समस्याओं को समझा जाए और उनके समाधान के लिए ठोस कदम उठाए जाएं। प्रभारी मंत्रियों और अधिकारियों को उन जिलों में ज्यादा समय बिताने का निर्देश दिया गया जहां उपचुनाव हो रहे हैं।
13 अक्टूबर को होंगे वोटिंग
यूपी की 9 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव के लिए मतदान 13 अक्टूबर को होगा। इस बैठक के बाद यूपी बीजेपी के अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी ने कहा कि पार्टी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में पूरी ताकत के साथ चुनाव लड़ेगी। बता दें कि यूपी में 10 में से 9 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव हो रहा है। हालांकि, चुनाव आयोग ने अयोध्या की मिल्कीपुर सीट पर उपचुनाव को एक चुनावी याचिका के कारण रोक दिया है।
लोकसभा चुनाव के बाद पहली चुनावी परीक्षा
यह उपचुनाव लोकसभा चुनाव के बाद यूपी में होने वाला पहला चुनाव है। बीजेपी के लिए यह एक नाक की लड़ाई बन गई है, क्योंकि अगर पार्टी सभी सीटों पर जीतने में सफल रहती है, तो यह कार्यकर्ताओं के लिए एक बूस्टर डोज का काम कर सकता है। इसलिए सीएम योगी ने स्वयं चुनाव की जिम्मेदारी संभाली है और वह लगातार सभी सीटों का दौरा कर रहे हैं।
प्रदेश चुनाव अधिकारियों की नियुक्ति
उपचुनाव को देखते हुए यूपी बीजेपी ने प्रदेश चुनाव अधिकारियों और सह अधिकारियों की नियुक्ति भी की है। पूर्व मंत्री महेंद्र नाथ पांडेय को प्रदेश चुनाव अधिकारी बनाया गया है। इसके अलावा हरीश कुमार सिंह, अनिल चौधरी, रंजना उपाध्याय, मुकुट बिहारी, कमलेश कुमार, और राजेंद्र तिवारी को सहचुनाव अधिकारी नियुक्त किया गया है।
इस प्रकार, योगी आदित्यनाथ की रणनीतियों के तहत बीजेपी उपचुनाव को लेकर पूरी तैयारी कर रही है, ताकि चुनावी मैदान में मजबूती से उतर सके और जनता का विश्वास फिर से हासिल कर सके।