अमेठी लोकसभा सीट से कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के नामांकन पर सवाल उठ गए हैं। इस सीट से स्वतंत्र उम्मीदवार के तौर पर खड़े हुए ध्रुव लाल ने दावा किया है कि राहुल गांधी ब्रिटिश नागरिक हैं।
इस मामले में अमेठी के रिटर्निंग ऑफिसर राम मनोहर मिश्र ने राहुल गांधी को दो दिन का वक्त देते हुए सही दस्तावेज पेश करने का आदेश दिया है। अगर राहुल गांधी की ओर से 22 अप्रैल को सुबह साढ़े 10 बजे तक दस्तावेज पेश नहीं किए गए, तो अमेठी से उनके चुनाव लड़ने पर रोक लगाई जा सकती है।
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ध्रुव लाल के वकील रवि प्रकाश के मुताबिक, राहुल गांधी ने नामांकन के दौरान जो दस्तावेज जमा किए हैं, उससे पता चलता है कि उनकी नागरिकता इंग्लैण्ड की है। वहां उनकी एक कंपनी भी है। किसी भी बाहरी नागरिकता वाले शख्स को देश के चुनाव में उम्मीदवार बनने का अधिकार नहीं होता है।
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इतना ही नहीं, वकील रवि प्रकाश ने दावा किया कि राहुल गांधी ने चुनाव अधिकारी को जो एफिडेविट सौंपा है, उसमें राहुल की कंपनी की आय का जिक्र तक नहीं है। राहुल की शैक्षिक योग्यता पर भी सवाल उठ रहे हैं। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी को अपने असली शैक्षिक दस्तावेज दिखाने होंगे, तभी उनके एफिडेविट पर भरोसा किया जा सकेगा।
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उधर, भाजपा नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने भी राहुल गांधी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। स्वामी ने राहुल को ‘बुद्धू’ की उपमा देते हुए कहा कि उन्होंने साल 2004 से 2006 तक के जो इनकम टैक्स रिटर्न के दस्तावेज पेश किए हैं, वो इंग्लैण्ड से जुड़े हैं, जबकि उस दौरान राहुल गांधी भारत में अमेठी सीट से सांसद रहे। यानी कि राहुल गांधी ब्रिटिश नागरिक होते हुए भी अमेठी के सांसद बने रहे।