रेल मंत्री का इस्तीफा मांग रही कांग्रेस, भगदड़ को बताया ‘नरसंहार’, प्रशासन पर साधा निशाना

कांग्रेस ने रेल मंत्री पर साधा निशाना, कहा- ‘भगदड़ नहीं, नरसंहार हुआ है’

दिल्ली रेलवे स्टेशन पर हुई भगदड़ को लेकर कांग्रेस ने रेल मंत्री पर जमकर निशाना साधा है। कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने इस घटना को ‘नरसंहार’ बताते हुए रेल मंत्री से तुरंत इस्तीफे की मांग की है। उन्होंने कहा कि प्रशासन की निष्क्रियता और लापरवाही के चलते ये हादसा हुआ है।

सुप्रिया ने कहा, “कल जो नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर हुआ, वो नरसंहार था। प्रशासन ने जो लापरवाही दिखाई, वो किसी से छुपी नहीं है। मीडिया के कुछ साथियों ने हिम्मत दिखाई और सच्चाई को सामने लाने की कोशिश की। लेकिन सरकार की तरफ से उन्हें रोका गया, उनके मोबाइल और कैमरे छीन लिए गए। ये सरकार सच्चाई को दबाने में लगी हुई है।”


‘रेल मंत्री रील बनाने में लगे हैं, सच्चाई छुपा रहे हैं’

सुप्रिया श्रीनेत ने आगे कहा कि रेल मंत्री सिर्फ रील बनाने और आंकड़े छुपाने में लगे हुए हैं। उन्होंने कहा, “हादसे हो जाते हैं, लेकिन रेल मंत्री का काम है कि वो उन्हें रोकने के लिए कदम उठाएं। लेकिन यहां तो उल्टा हो रहा है। हादसे के बाद सच्चाई को छुपाने की कोशिश की जा रही है। पत्रकारों को सच्चाई दिखाने से रोका गया, उनके कैमरे छीन लिए गए। ये कैसी सरकार है जो सच्चाई को दबाने में लगी हुई है?”


‘सेफ्टी मीटिंग सिर्फ चाय-समोसे खाने के लिए थी?’

कांग्रेस प्रवक्ता ने ये भी सवाल उठाया कि हादसे से पहले सेफ्टी रिव्यू मीटिंग हुई थी, लेकिन उसका क्या नतीजा निकला? सुप्रिया ने कहा, “क्या ये मीटिंग सिर्फ चाय-समोसे खाने के लिए बुलाई गई थी? कल हर घंटे 1500 टिकट जनरल डब्बे के कट रहे थे। क्या रेल मंत्री को अंदाजा नहीं था कि इतनी भीड़ आने वाली है? कितने जवान लगाए गए? कितने पुलिस वाले लगाए गए? ये सारे सवाल बेजवाब हैं।”


‘रेल मंत्री को इस्तीफा देना चाहिए या बर्खास्त किया जाए’

सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि रेल मंत्री को अपने पद पर रहने का कोई अधिकार नहीं है। उन्होंने कहा, “हमारी एक ही मांग है कि रेल मंत्री को तुरंत इस्तीफा देना चाहिए। अगर वो इस्तीफा नहीं देते हैं, तो उन्हें बर्खास्त किया जाना चाहिए। ये हादसा सिर्फ एक भगदड़ नहीं है, ये प्रशासन की नाकामी है।”


क्या हुआ था दिल्ली रेलवे स्टेशन पर?

बता दें कि नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर भीषण भीड़ के चलते भगदड़ मच गई थी। इस घटना में कई लोग घायल हुए हैं और कुछ की मौत की भी खबर है। इस हादसे के बाद से ही सरकार और प्रशासन आलोचनाओं के घेरे में है। लोगों का कहना है कि अगर भीड़ को मैनेज करने के लिए पहले से ही इंतजाम किए गए होते, तो ये हादसा टाला जा सकता था।


‘सरकार सिर्फ सच दबाने में लगी है’

सुप्रिया श्रीनेत ने आरोप लगाया कि सरकार सिर्फ सच्चाई को दबाने में लगी हुई है। उन्होंने कहा, “जब भी कोई हादसा होता है, सरकार का पहला काम होता है कि सच्चाई को छुपाया जाए। ये सरकार जनता के पैसे से चलती है, लेकिन जनता के सवालों का जवाब देने से कतराती है। ये बिल्कुल गलत है।”


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