एक तरफ जहां अयोध्या में 22 जनवरी को भव्य राम मंदिर के उद्घाटन को लेकर पूरे देश में उत्साह का माहौल है। पीएम नरेंद्र मोदी इस प्राण प्रतिष्ठा समारोह में बतौर मुख्य अतिथि होंगे। वहीं दूसरी राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा से कांग्रेस पार्टी ने दूरी बना ली है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और सोनिया गांधी अयोध्या नहीं जाएंगे।
इसकी जानकारी कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने औपचारिक बयान जारी करते हुए दिया है। इतना ही नहीं कांग्रेस ने प्राण प्रतिष्ठा को आरएसएस और भाजपा का इवेंट बताते हुए न्योता अस्वीकार कर दिया है। इसके अलावा कांग्रेस ने भाजपा और आरएसएस ने राम मंदिर का राजनीतिकरण किया है। कांग्रेस के इस फैसले के भाजपा कांग्रेस को आड़े हाथों जरूर लेने की कोशिश करेगी।
अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महासचिव (संचार) श्री @Jairam_Ramesh जी का वक्तव्य- pic.twitter.com/K22nOQNqr5
— Congress (@INCIndia) January 10, 2024
कांग्रेस ने बयान जारी करते हुए कहा, पिछले महीने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, कांग्रेस संसदीय की अध्यक्ष सोनिया गांधी एवं लोकसभा में कांग्रेस संसदीय दल के नेता अधीर रंजन चौधरी को अयोध्या में राम मंदिर के उद्घाटन का निमंत्रण मिला। भगवान राम की पूजा-अर्चना करोड़ों भारतीय करते है। धर्म मनुष्य का व्यक्तिगत विषय होता आया है।