गुजरात चुनाव में शामिल हार्दिक पटेल नेपाल जाने को तैयार

हार्दिक पटेल

पीएम नरेन्द्र मोदी पर बयानबाजी शायद सबसे आसान काम है. यही वजह है कि सुप्रीम कोर्ट की टीका टिप्पणी के बाद भी राजनेता नहीं सुधर रहे हैं. कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गाँधी के नक्शेकदम पर चलते हुए उनके नेता हार्दिक पटेल ने विवादित बयान दे दिया है.

पाटीदारों के अगुवा हार्दिक पटेल ने कहा कि देश को चौकीदार नहीं, प्रधानमंत्री चाहिए. उन्होंने कहा कि ‘चौकीदार ढूढ़ना होगा, तो मैं नेपाल चला जाऊंगा, मुझे देश में प्रधानमंत्री चाहिए. जो देश की अव्यवस्था को, शिक्षा को, युवाओं को मजबूत कर सके. मुझे चौकीदार नहीं, प्रधानमंत्री चाहिए.’

हालांकि, यह कोई पहली बार नहीं है कि हार्दिक पटेल ने इस तरह का बयान दिया हो, वह पहले भी अपने तल्ख़ रवैए के कारण सुर्खियों में बने रहे हैं.

इससे पहले राहुल गांधी ने बीते 10 अप्रैल को नामांकन के बाद राफेल डील पर कहा था कि चौकीदार (प्रधानमंत्री) चोर है। एक चुनावी सभा में भी राहुल गांधी ने कहा था कि अब तो सुप्रीम कोर्ट ने भी कह दिया है कि चौकीदार चोर है। उनके इन बयानों को लेकर ही मीनाक्षी लेखी कोर्ट पहुंच गई थीं।

22 अप्रैल को इस मामले में राहुल गांधी ने अपनी गलती मानी और खेद जताया था। उन्होंने सुप्रीम कोर्ट में दिए अपने जवाब में कहा था, ‘राफेल डील पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले का सम्मान करता हूं। मैंने जो बयान दिया, उसके लिए खेद प्रकट करता हूं।’

हालाँकि राहुल गांधी के माफीनामे से सुप्रीम कोर्ट नाखुश है। कोर्ट ने दो टूक कहा कि कांग्रेस अध्‍यक्ष का बयान संतुष्‍ट करने योग्य नहीं है। इस मामले की अगली सुनवाई 30 अप्रैल को होगी।

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