भोपाल: चुनाव नजदीक आते ही नेताओं के बोलने को लिहाजा बदल जाता है. वह एक दूसरे पर जुबानी हमले शुरू कर देते हैं और इस चक्कर में अपनी मर्यादा को भी भूल जाते है. मर्यादा का उल्लंघन करते हुए ऐसा ही विवादित बयान मुख्यमंत्री शिवराज चौहान के खिलाफ कांग्रेस के विधायक सुंदरलाल तिवारी ने दिया है. कांग्रेस विधायक ने शिवराज की तुलना वैश्या से की है. इस बयानबाजी के बाद प्रदेश की सियासत गरम हो गई है. वहीं बीजेपी ने भी इसकी तीखी आलोचना की है.
गौरतलब है कि, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष स्वर्गीय श्रीनिवास तिवारी के बेटे और कांग्रेस विधायक सुंदरलाल तिवारी ने अपने आवास पर प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया और उन्होंने इस दौरान सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए निशाना साधा. प्रेस क्रॉन्फेंस के दौरान ही उन्होंने सीएम शिवराज को वेश्या भी कह दिया. तिवारी ने कहा कि, “जिस तरह वेश्या अपनी आत्मा बेचती है, उसी तरह प्रदेश के मुख्यमंत्री वोट के लिए अपनी आत्मा बेच कर वैश्या का काम कर रहे हैं”
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वो यहीं पर नहीं रुके उन्होंने आगे कहा कि, अगर व्यापमं मामले में सीएम को सज़ा नहीं होती, तो इसका यह मतलब है कि प्रदेश में कानून सिर्फ और नियम फिर्स गरीबों के लिए ही हैं. प्रेस कॉन्फ्रेंस में बात-चीत करते हुए उन्होंने मुख्यमंत्री जन कल्याण योजना को लेकर कहा कि, इसमें पंचायत स्तर पर हर वार्ड में पांच सदस्यीय निगरानी समिति का गठन किया गया है, इसमें प्रभारी मंत्री की ओर से जिले के सदस्यों को नामांकित करना है.
इसके साथ ही पंचायत स्तर पर इसमें बीजेपी के सदस्यों को शामिल किया गया है. ग्राम पंचायत की में मंडली को इस तरह ही गठित किया गया है. इन मंडलियों के लिए 25- 25 हजार रुपये दिए जाने हैं, लेकिन इन ग्राम पंचायत में मंडलियों का गठन भी प्रभारी मंत्री करेंगे. इस तरह बीजेपी और प्रदेश के मुख्यमंत्री मतदान एकत्रित करने के लिए वेश्या की तरह काम कर रहे हैं.