नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज तेलंगाना के करीमनगर में विजय शंखनाद रैली को संबोधित करते हुए कांग्रेस, राहुल गांधी, बीआरएस और ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम पर शब्दों के तीखे बाण चलाए। प्रधानमंत्री ने राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा, पिछले 5 सालों से कांग्रेस के शहजादे दिन-रात एक ही माला जपते थे ‘5 उद्योगपति-5 उद्योगपति, फिर धीरे-धीरे कहने लगे अंबानी, अडाणी, लेकिन जब से चुनाव घोषित हुआ है, इन्होंने अंबानी, अडाणी को गाली देना बंद कर दिया है? मैं कांग्रेस के शहजादे से पूछना चाहता हूं कि उन्होंने अडानी, अंबानी से कितना माल उठाया है, जो अब उनको गाली देना बंद कर दिया ? कालेधन के बोरे भर के उनसे कितने रुपए मारे हैं? या टेंपो भर के नोट कांग्रेस के लिए पहुंचे हैं क्या, जरूर दाल में कुछ काला है।
#WATCH करीमनगर, तेलंगाना: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, "करप्शन एक ऐसी फेविकोल है जो कांग्रेस और BRS का कॉमन कैरेक्टर है। ये दोनों एक दूसरे पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाते हैं लेकिन, बैकडोर से दोनों एक ही करप्शन सिंडिकेट का हिस्सा हैं। BRS वाले कांग्रेस पर कैश फॉर वोट का आरोप… pic.twitter.com/IuCy9yu4YI
— ANI_HindiNews (@AHindinews) May 8, 2024
पीएम ने तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी और कांग्रेस नेता राहुल गांधी का नाम लिए बिना कहा, तेलंगाना से लेकर दिल्ली तक ‘डबल आर’ (आर-आर) टैक्स की बहुत चर्चा हो रही है। कुछ दिन पहले ‘आरआरआर’ नाम की एक फिल्म रिलीज हुई थी, किसी ने मुझे बताया कि ‘आर-आर’ ने कलेक्शन के मामले में फिल्म ‘आरआरआर’ को पीछे छोड़ दिया है। पीएम बोले, खबर है कि ‘आरआरआर’ का लाइफटाइम कलेक्शन 1000 करोड़ रुपये से ज्यादा है, लेकिन इतनी रकम ‘आरआर’ के कुछ दिनों के टैक्स कलेक्शन के बराबर है।’ पीएम बोले, एक आर तेलंगाना को लूटता है और दिल्ली में दूसरे आर को देता है। यह आर-आर का खेल तेलंगाना को तबाह कर देगा।
मोदी बोले, करप्शन एक ऐसा फेविकोल है जो कांग्रेस और बीआरएस का कॉमन कैरेक्टर है। ये दोनों एक दूसरे पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाते हैं लेकिन, बैकडोर से दोनों एक ही करप्शन सिंडिकेट का हिस्सा हैं। बीआरएस वाले कांग्रेस पर कैश फॉर वोट का आरोप लगाते थे लेकिन जब तक वे सत्ता में रहे कभी जांच कराई क्या? कांग्रेस जब विपक्ष में थी तो बीआरएस पर कालेश्वरम घोटाले का आरोप लगाती थी, ये आए दिन हंगामा भी करते थे। इतने दिन से कांग्रेस की यहां सरकार है लेकिन कोई जांच नहीं कराई।