नई दिल्ली। कोरोना संकट काल में दिल्ली की निजामुद्दीन मरकज में शामिल जमातियों को लेकर एक और सनसनीखेज खुलासा हुआ है। पहले ही मरकज में शामिल जमाती सरकार के लिए बड़ी मुसीबत बने हुए हैं और अब ये पता चला है कि 1200 जमातियों का अभी तक कुछ पता नहीं चल सका है। दिल्ली पुलिस से लेकर देश की तमाम एजेंसियां कड़ी मशक्कत के बाद भी इन्हें अबतक ढूंढ नहीं पाई हैं।
मौलाना साद के फार्म हाउस पर भी छामेमारी
फिलहाल, इसकी की जांच की जा रही है कि ये भारतीय या फिर विदेशी नागरिक। अपराध शाखा की टीम ने गुरुवार को फरार जमातियों का रिकार्ड खंगालने के लिए उत्तर प्रदेश के शामली जिले के कांधला स्थित मौलाना मोहम्मद साद के फार्म हाउस पर भी छामेमारी की थी।
करीब चार हजार जमाती आए थे निजामुद्दीन
अपराध शाखा के एक अधिकारी का कहना है कि मरकज में हुए जलसे में शिरकत करने के लिए 11 से 13 मार्च तक करीब चार हजार जमाती निजामुद्दीन आए थे। इनकी बकायदा मरकज के रजिस्टर में एंट्री हुई है। इससे ये पता चला है कि इन तीन दिनों में मकरज में चार हजार जमाती आए थे।
1200 जमातियों का अभी तक कुछ पता नहीं
इनमें 1800 जमाती राजधानी समेत अन्य राज्यों से मिल चुके हैं, लेकिन 1200 जमातियों का अभी तक कुछ पता नहीं चल सकता है। इन्हीं जमातियों का रिकॉर्ड खंगालने के लिए गुरुवार को अपराध शाखा की टीम ने मौलाना साद के फार्म हाउस पर छापा मारा था। इस छापेमारी के दौरान पुलिस ने मौलाना साद के फार्म हाउस से कुछ लैपटॉप, पैन ड्राइव समेत अन्य जरूरी कागजात को बरामद किया है। वहीं, फोरेंसिक जांच के लिए लैपटॉप और पैन ड्राइव को भेज दिया गया है।
अब तक नहीं हुआ मौलाना साद का कोरोना टेस्ट
इसके अलावा मौलाना साद और मरकज के नाम पर यूपी में भी बैंक खाता है, जिसकी जानकारी भी जुटाई जा रही है। पुलिस को साद के फॉर्म हाउस से बैंक खातों से संबंधित भी कुछ कागजात मिले हैं। अपराध शाखा के पुलिस अधिकारियों की मानें, तो अब तक मौलाना साद का कोरोना टेस्ट नहीं हुआ है। पुलिस ने भी उससे टेस्ट कराने के लिए कहा है।