नई दिल्ली: भारत में कोविड-19 (covid-19) महामारी से होने वाली मौत का आंकड़ा थमने का नाम नहीं ले रहा है। पिछले 24 घंटे में 579 मरीजों की मौत हो गई और 55,722 नए मामले सामने आए हैं। इसके साथ ही अबतक देश में 1.14 लाख लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 75.5 लाख लोग कोरोना की चपेट में आ चुके हैं। हालांकि राहत की बात ये है कि फरवरी 2021 तक (Corona Virus India ) देश में इस बीमारी की रफ्तार न के बराबर होने की उम्मीद है। ये दावा भारत सरकार की ओर से गठित एक एक्सपर्ट कमेटी ने किया है।
30% आबादी में ऐंटीबॉडीज मौजूद
एक्सपर्ट्स कमेटी की रिपोर्ट के मुताबिक अगले साल यानि 2021 में फरवरी के आखिर तक देश में कोविड-19 के मरीजों की संख्या 1.06 करोड़ के पार जा सकती है। यानि फरवरी 26 लाख केस और सामने आने की आशंका है। रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि अभी देश की 30% आबादी में ऐंटीबॉडीज मौजूद हो सकती हैं। जो अगस्त में 14% ही था। यानि महामारी का प्रकोप धीरे-धीरे कम हो रहा है। रिपोर्ट में कमिटी ने यह भी कहा है कि अब देश में लॉकडाउन नहीं लगाया जाना चाहिए
कमेटी में कौन है शामिल?
बता दें कि ये केंद्र सरकार की साइंस ऐंड टेक्नोलॉजी मिनिस्ट्री ने यह कमेटी बनाया है। इसमें IITs, IISc बेंगलुरु, ISI कोलकाता और CMC वेल्लोर के जैसे देश के नामी वैज्ञानिक संस्थानों के वैज्ञानिक शामिल हैं। जिसके प्रमुख आईआईटी हैदराबाद के प्रोफेसर एम विद्यासागर हैं। कमेटी की यह रिपोर्ट एक मैथेमेटिकल मॉडल पर आधारित है।
लापरवाही पड़ेगी भारी
प्रोफेसर एम विद्यासागर ने कोरोना (coronavirus) को लेकर लापरवाही बरतने वालों के लिए चेतावनी भी दी है। उन्होंने कहा कि अगर मास्क पहनना और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं किया गया तो कमेटी का अनुमान गलत भी हो सकता है। अगर हमने थोड़ी सख्ती की तो फरवरी 2021 तक 92 लाख केस ही होंगे लेकिन लापरवाही करने पर कोविड मरीजों का आंकड़ा 1.37 करोड़ तक हो सकता है।