साइक्लोन ‘बिपरजॉय’ ने अब अपना असर दिखना शुरू कर दिया है। गुजरात और महाराष्ट्र में तेज बारिश शुरू हो गई है। चक्रवात से पहले ही इन तटीय इलाकों में तेज बारिश, समुंदर की लहरों में उछाल और तेज हवाएं चलती देखी जा सकती हैं। यह चक्रवाती तूफान गुरुवार दोपहर को गुजरात के कच्छ जिले में टकराने की संभावना है। इसको लेकर इन इलाकों से सुरक्षा एजेंसियों ने 30 हजार से अधिक लोगों को रेस्क्यू किया है। सेना ने गुजरात में मोर्चा संभाल लिया है। मौसम विभाग ने तूफान को लेकर नौ राज्यों में अलर्ट जारी किया है।
गुजरात और महाराष्ट्र में चक्रवाती तूफान बिपरजॉय को लेकर एजेंसियां अलर्ट पर हैं। यह चक्रवात कल दोपहर में हिट करने की आशंका है। चक्रवात के दस्तक देने से पहले ही इन तटीय इलाकों में तेज बारिश हो रही है। समुंदर की लहरों में उछाल और तेज हवाएं चल रही है। चक्रवात ‘बिपोरजॉय’ के तेज होने से मुंबई में हाई टाइड की लहरें तेज हो गई हैं। आईएमडी के अनुसार, उत्तर-पूर्व और आस-पास के पूर्व-मध्य अरब सागर में समुद्र में 10 से 14 मीटर तक ऊंची लहरें उठ सकती हैं।
बिपरजॉय एक ‘गंभीर चक्रवाती तूफान’ में तब्दील हो गया है। जूनागढ़ में ‘बिपोरजॉय’ के तेज होने के कारण तटीय क्षेत्रों के निवासियों को तेजी से आश्रय स्थलों में स्थानांतरित किया जा रहा है। अधिकांश लोगों को शेल्टर्स भेज दिया गया है। वहीं, द्वारका में समुद्र के नजदीक उठती ऊंची लहरें ‘बिपरजॉय’ की चेतावनी दे रही है।
पश्चिम रेलवे ने एक बयान में कहा कि गुजरात के बिपरजॉय की वजह से करीब 95 ट्रेनों को रद्द या शॉर्ट-टर्मिनेटेड किया गया है। गुजरात के तटीय इलाकों में जाने वाली सभी ट्रेनें रद्द रहेंगी। पश्चिम रेलवे के महाप्रबंधक अशोक कुमार मिश्रा ने बताया था कि हम चक्रवात की लगातार निगरानी कर रहे हैं। मुख्यालय में एक आपदा नियंत्रण कक्ष स्थापित किया है। इसके साथ ही भुज, गांधीदम, पोरबंदर और ओखा में एडीआरएम भी तैनात किए हैं।
आईएमडी के बताया कि राजकोट, मोरबी और जूनागढ़ में भारी से अधिक भारी बारिश होने की संभावना है। इन जिलों में 15 जून को 145 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं। तेज हवाओं और बारिश के कारण खड़ी फसलों, घरों, सड़कों, बिजली और संचार के खंभों को व्यापक नुकसान हो सकता है।