Thursday, April 10, 2025

भारत की वजह से सेमीफाइनल में हारी साउथ अफ्रीका? डेविड मिलर ने ICC की यात्रा व्यवस्था पर उठाए सवाल!

साउथ अफ्रीकी क्रिकेट टीम के लिए आईसीसी ट्रॉफी जीतने का सपना एक बार फिर अधूरा रह गया। चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के सेमीफाइनल में उन्हें न्यूजीलैंड के खिलाफ 50 रनों से हार का सामना करना पड़ा। यह मैच काफी हाई स्कोरिंग रहा, लेकिन साउथ अफ्रीका 363 रनों के टारगेट को चेज नहीं कर सका। इस हार के बाद साउथ अफ्रीका के स्टार बल्लेबाज डेविड मिलर ने आईसीसी की यात्रा व्यवस्था पर सवाल उठाए और कहीं न कहीं अपनी हार का जिम्मेदार आईसीसी को ठहराया।

डेविड मिलर ने ICC पर क्यों उठाए सवाल?
डेविड मिलर ने टूर्नामेंट से बाहर होने के बाद आईसीसी की यात्रा व्यवस्था को लेकर अपनी नाराजगी जाहिर की। दरअसल, यह टूर्नामेंट हाइब्रिड मॉडल पर खेला गया, जिसमें भारतीय टीम ने अपने सभी मैच दुबई में खेले, जबकि बाकी टीमों के मुकाबले पाकिस्तान में हुए। टूर्नामेंट के आखिरी ग्रुप स्टेज मैच तक यह साफ नहीं था कि भारत किस टीम से सेमीफाइनल खेलेगा। ऐसे में ग्रुप बी की दोनों सेमीफाइनलिस्ट टीमें, साउथ अफ्रीका और ऑस्ट्रेलिया को पाकिस्तान से दुबई आना पड़ा।

लेकिन भारत की न्यूजीलैंड पर जीत के बाद साउथ अफ्रीका को एक बार फिर पाकिस्तान लौटना पड़ा, क्योंकि उनका सेमीफाइनल लाहौर में खेला जाना था। मिलर ने इस अतिरिक्त यात्रा को गलत बताया और कहा कि इससे टीम की तैयारी पर बुरा असर पड़ा।

मिलर ने क्या कहा?
डेविड मिलर ने कहा, “फ्लाइट केवल एक घंटे 40 मिनट की थी, लेकिन हमें यह यात्रा करनी पड़ी, जो सही नहीं था। यह एक सुबह की फ्लाइट थी, हमें मैच के बाद यात्रा करनी पड़ी। फिर हम दुबई पहुंचे शाम 4 बजे और सुबह 7:30 बजे हमें वापस लौटना पड़ा। ऐसा नहीं था कि हम 5 घंटे की फ्लाइट से वापस आ रहे थे, और हमारे पास आराम करने और पूरी तरह से ठीक होने का पर्याप्त समय था। लेकिन यह स्थिति बिल्कुल आदर्श नहीं थी।”

सेमीफाइनल में मिलर का शानदार शतक
भले ही साउथ अफ्रीका सेमीफाइनल में हार गई, लेकिन डेविड मिलर ने एक जबरदस्त पारी खेली। उन्होंने 67 गेंदों पर नाबाद 100 रन बनाए, जिसमें 10 चौके और 4 छक्के शामिल थे। यह चैंपियंस ट्रॉफी के इतिहास का सबसे तेज शतक भी था। हालांकि, मिलर की इस पारी के बावजूद साउथ अफ्रीका टीम जीत हासिल नहीं कर सकी।

क्या है हाइब्रिड मॉडल?
चैंपियंस ट्रॉफी 2025 को हाइब्रिड मॉडल पर आयोजित किया गया था। इसमें भारतीय टीम ने अपने सभी मैच दुबई में खेले, जबकि बाकी टीमों के मुकाबले पाकिस्तान में हुए। इसकी वजह से कई टीमों को लगातार यात्रा करनी पड़ी, जिससे उनकी तैयारी और आराम पर असर पड़ा।

साउथ अफ्रीका का चोकर का इतिहास
साउथ अफ्रीकी टीम को अक्सर ‘चोकर्स’ के नाम से जाना जाता है। यह टीम कई बार महत्वपूर्ण मैचों में अच्छा प्रदर्शन करने के बावजूद जीत हासिल नहीं कर पाती। इस बार भी सेमीफाइनल में उनकी हार ने इस छवि को और मजबूत कर दिया है।

आईसीसी पर उठते सवाल
डेविड मिलर के बयान के बाद आईसीसी की यात्रा व्यवस्था पर सवाल उठने लगे हैं। कई लोगों का मानना है कि टूर्नामेंट के आयोजन में बेहतर प्लानिंग की जरूरत थी, ताकि टीमों को लगातार यात्रा न करनी पड़े।

Related Articles

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Latest Articles