फिरोजाबाद: उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद में डेंगू और बुखार के कारण होने वाली मौत का आंकड़ा लगातार बढ़ रहा है. गुरुवार को नौ और मौतें हो गईं. इसके बाद मौत का आंकड़ा बढ़कर 67 पहुंच चुका है. लगातार हो रही मौत से प्रशासन भी हरकत में आ गया है. डीएम ने लापरवाही बरतने वाले तीन डॉक्टरों को निलंबित करने के निर्देश दिए हैं. गुरुवार को हुई मौतों में डेढ़ माह का नवजात और एक महिला भी शामिल है. कई मरीजों को इलाज के लिए आगरा और अन्य बड़े अस्पतालों में रेफर किया गया है.
डेंगू और बुखार के कारण लगातार हो रही मौतों के बाद जिलाधिकारी ने काम में लापरवाही व शिथिलता बरते जाने पर प्रभारी चिकित्साधिकारी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सैलई डॉ. गिरीश श्रीवास्तव, प्रभारी चिकित्साधिकारी डॉ. सौरभ प्रकाश व पब्लिक हेल्थ एक्सपर्ट डॉ. रुचि यादव को तत्काल प्रभाव से निलंबित करने के निर्देश दिए हैं.
डीएम ने कहा कि जनपद में अगले एक माह तक कूलर में पानी भरना पूरी तरह प्रतिबंधित किया जाता है. उन्होंने कूलर की टंकी को धूप में सुखाकर उल्टी कर रख देने के निर्देश दिए. सभी अधिशाषी अधिकारी नगर पालिका व नगर पंचायतों को निर्देश दिए कि वह अपने क्षेत्र के सभासद के सहयोग से व्यापक जन जागरूकता अभियान चलाकर घर-घर जाकर कूलर, पॉट्स व पुराने बर्तनों में जमा पानी खाली करवाएं. आसपास की गंदगी, नालियों की साफ-सफाई, फॉगिंग, एंटी लार्वा का छिडकाव कराएं.
दूसरी तरफ मथुरा में भी डेंगू और बुखार के कारण मौत का सिलसिला रुक नहीं रहा है. कोह गांव में शासन प्रशासन के प्रयासों के बावजूद बुखार से एक और बच्चे की मौत हो गई. ये अब तक की 11वीं मौत थी. इस के बाद ग्रामीण आक्रोशित हो गए और सड़क पर ही उन्होंने अनशन शुरू कर दिया. बाद में जब इसकी जानकारी स्थानीय विधायक कारिंदा सिंह को मिली तो उन्होंने मौके पर पहुंच ग्रामीणों को समझा-बुझाकर अनशन तुड़वाया.
आगरा में भी डेंगू के मालमे सामने आ रहे हैं. करीब एक दर्जन गांवों में घर-घर बुखार पीड़ित हैं. ओपीडी में मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है. एसएन मेडिकल कॉलेज में अभी तक 12 डेंगू के मरीज भर्ती हुए. हालांकि यहां आगरा से अधिक फिरोजाबाद के मरीज भर्ती हुए हैं.