देहरादून: उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा है कि उन्हें प्रदेश में 70,000 करोड़ रुपए निवेश के प्रस्ताव मिले हैं. मुख्यमंत्री ने दो दिवसीय ‘उत्तराखंड निवेशक सम्मेलन’ के पहले दिन कहा कि, “हमें 70 हजार करोड़ रुपए निवेश के प्रस्ताव मिले हैं और इसके लिए अधिकांश ज्ञापन समझौते पर हस्ताक्षर हो चुके हैं, इनका मकसद प्रदेश के पहाड़ी इलाकों का विकास करना है.”
निवेश में अडाणी समूह सबसे आगे
अडाणी समूह ने सबसे ज्यादा 6,500 करोड़ रुपए निवेश करने की प्रतिबद्धता जाहिर की है. समूह ने मेट्रो रेल परियोजना में 5,000 करोड़ रुपए निवेश करने की योजना बनाई है. इसके अलावा समूह बिजली पारेषण में 1,000 करोड़ रुपए का निवेश करेगा. अडाणी समूह लॉजिस्टिक्स पार्क बनाने में भी 500 करोड़ रुपए लगाएगा. अडाणी इंटरप्राइजेज के निदेशक प्रणव अडाणी ने कहा कि, “हम उत्तराखंड में काफी संभावना देख रहे हैं. पिछले साल प्रदेश की अर्थव्यवस्था की विकास दर 11 फीसदी रही. हमने कृषि उत्पादन के क्षेत्र में भी एमओयू पर हस्ताक्षर किए हैं.”
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निवेश के लिए 12 क्षेत्र चुने गए
राज्य सरकार ने निवेश के लिए 12 क्षेत्रों की पहचान की है, जिनमें स्वास्थ्य व आयुष, फार्मास्युटिकल्स, सूचना प्रौद्योगिकी, वाणिकी और फूलों की खेती, प्राकृतिक रेशा, पर्यटन और अतिथि सेवा, फिल्म शूटिंग, जैव प्रौद्योगिकी, नवीकरणीय ऊर्जा, खाद्य प्रसंस्करण और ऑटोमोबाइल शामिल हैं.
देश-विदेश के निवेशक पहुंचे
सम्मेलन में देश-विदेश के सैकड़ों निवेशकों ने हिस्सा लिया. चेक गणराज्य और जापान इस सम्मेलन में भागीदार हैं. सम्मेलन में दोनों देशों के भारत में राजदूतों ने अपने-अपने देशों का प्रतिनिधित्व किया. सिंगापुर के संचार और सूचना मंत्री एस.ईश्वरण भी सम्मेलन में मौजूद थे.
-आईएएनएस