दिल्ली के चुनावी दंगल में बीजेपी ने उतारे अपने दमदार उम्मीदवार, वीआईपी सीटों पर दिलचस्प मुकाबला
दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 की ओर बढ़ते हुए सियासी सरगर्मियाँ तेज हो चुकी हैं। भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है, और इसमें कुछ सीटों पर तगड़ा मुकाबला होने की संभावना है। दिल्ली में 70 विधानसभा सीटें हैं, जिनमें से बीजेपी ने अब तक 29 सीटों पर अपने प्रत्याशी घोषित किए हैं। वहीं, आम आदमी पार्टी (AAP) और कांग्रेस ने भी अपनी रणनीतियों को तैयार किया है। आइए जानते हैं उन हॉट सीटों के बारे में, जहां तीन प्रमुख पार्टियों के बीच जबरदस्त टक्कर देखने को मिलेगी।
वीआईपी सीटों पर दिलचस्प मुकाबला
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नई दिल्ली सीट: यह सीट हमेशा से हाई प्रोफाइल रही है। इस बार कांग्रेस ने संदीप दीक्षित को उम्मीदवार बनाया है, तो वही आम आदमी पार्टी से अरविंद केजरीवाल मैदान में हैं। बीजेपी ने यहां प्रवेश वर्मा को उतारा है, जो पश्चिमी दिल्ली से पूर्व सांसद रह चुके हैं। इस सीट पर 2013 से अब तक आम आदमी पार्टी का दबदबा रहा है। ऐसे में अरविंद केजरीवाल के लिए यह सीट बचाना बड़ी चुनौती होगी।
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कालकाजी सीट: दिल्ली की एक और महत्वपूर्ण सीट, जहां आम आदमी पार्टी की तरफ से मुख्यमंत्री आतिशी चुनाव लड़ रही हैं। बीजेपी ने यहां पूर्व सांसद रमेश बिधूड़ी को उम्मीदवार बनाया है। कांग्रेस ने इस सीट पर अलका लांबा को टिकट दिया है। कालकाजी में आम आदमी पार्टी का अब तक अच्छा प्रदर्शन रहा है, लेकिन इस बार बीजेपी और कांग्रेस के तगड़े उम्मीदवारों से मुकाबला दिलचस्प होगा।
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मालवीय नगर सीट: इस सीट से आम आदमी पार्टी के सोमनाथ भारती चुनाव मैदान में हैं। बीजेपी ने यहां सतीश उपाध्याय को उम्मीदवार बनाया है, जो दिल्ली बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष रह चुके हैं। कांग्रेस ने जितेंद्र कोचर को टिकट दिया है। इस सीट पर तीनों पार्टियों के बीच कड़ा मुकाबला देखने को मिल सकता है।
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बादली सीट: बादली सीट पर आम आदमी पार्टी के अजेश यादव चुनाव लड़ेंगे। कांग्रेस ने इस सीट से प्रदेश अध्यक्ष देवेंद्र यादव को मैदान में उतारा है, जबकि बीजेपी की ओर से दीपक चौधरी चुनावी मैदान में हैं। 2015 से इस सीट पर आम आदमी पार्टी का कब्जा रहा है, लेकिन बीजेपी और कांग्रेस इस बार अपनी पूरी ताकत झोंकने को तैयार हैं।
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बिजवासन सीट: बीजेपी ने इस सीट पर पूर्व मंत्री कैलाश गहलोत को मैदान में उतारा है। आम आदमी पार्टी से यहां सुरेंद्र भारद्वाज चुनाव लड़ रहे हैं, जबकि कांग्रेस के देवेंद्र शेहरावत इस सीट पर किस्मत आजमाएंगे। बिजवासन पर अब तक आम आदमी पार्टी का प्रभुत्व रहा है, लेकिन बीजेपी इसे अपनी झोली में डालने के लिए पूरा जोर लगाएगी।
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सीमापुरी सीट: सीमापुरी सीट पर आम आदमी पार्टी ने वीर सिंह धींगान को उम्मीदवार बनाया है। कांग्रेस से राजेश लिलौठिया और बीजेपी से कुमारी रिंकू इस सीट पर चुनावी जंग में शामिल हैं। कुमारी रिंकू को दलित आरक्षित सीट होने की वजह से काफी अहम माना जा रहा है। यह सीट भी काफी दिलचस्प बन सकती है।
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जंगपुरा सीट: जंगपुरा सीट से आम आदमी पार्टी के पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया चुनाव लड़ेंगे। कांग्रेस ने यहां फरहत सूरी को और बीजेपी ने तरविंदर सिंह मारवाह को उम्मीदवार बनाया है। यह सीट मुस्लिम और सिख बहुल है, जिससे सियासी समीकरण काफी दिलचस्प हो गए हैं। मनीष सिसोदिया के लिए इस सीट को बचाना आसान नहीं होगा।
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पटपड़गंज सीट: आम आदमी पार्टी की ओर से अवध ओझा पटपड़गंज सीट से उम्मीदवार हैं। बीजेपी ने रवींद्र नेगी को मैदान में उतारा है, जबकि कांग्रेस ने यहां अनिल चौधरी को टिकट दिया है। अनिल चौधरी पहले कांग्रेस के अध्यक्ष रह चुके हैं, और उनका चुनावी अनुभव इस सीट पर अहम साबित हो सकता है।
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कृष्णानगर सीट: कृष्णानगर सीट पर बीजेपी ने अनिल गोयल को उतारा है। कांग्रेस ने गुरुचरण राजू को और आम आदमी पार्टी ने विकास बग्गा को उम्मीदवार बनाया है। यह सीट भी दिल्ली की वीआईपी सीटों में मानी जाती है, और यहां त्रिकोणीय मुकाबला देखने को मिल सकता है।
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रिठाला सीट: रिठाला सीट से आम आदमी पार्टी के मोहिंदर गोयल चुनाव लड़ेंगे। बीजेपी ने कुलवंत राणा को और कांग्रेस ने सुशांत मिश्रा को टिकट दिया है। यह सीट भी आम आदमी पार्टी के लिए प्रतिष्ठा की सीट बन सकती है, क्योंकि यहां पर पहले उनका दबदबा रहा है।
41 सीटों पर चुनावी घमासान अभी बाकी
दिल्ली में विधानसभा की कुल 70 सीटें हैं, जिसमें से बीजेपी ने अब तक 29 सीटों पर अपने प्रत्याशी घोषित किए हैं। हालांकि, पार्टी के भीतर कुछ सीटों को लेकर अभी भी विचार-विमर्श चल रहा है। माना जा रहा है कि बीजेपी जल्द ही बाकी 41 सीटों पर भी उम्मीदवारों का ऐलान करेगी। इस बीच, एनडीए के कुछ अन्य दल जैसे जेडीयू और लोजपा (आर) भी चुनावी मैदान में उतरने की तैयारी में हैं। 2020 में जेडीयू ने 2 और लोजपा (आर) ने एक सीट पर चुनाव लड़ा था, और इस बार भी इन दलों का दांव खेल सकते हैं।
चुनावी माहौल
दिल्ली के इस चुनावी दंगल में सभी पार्टियों के पास अपनी ताकत को दिखाने और विजय हासिल करने का पूरा मौका है। बीजेपी जहां अपने पुराने और नए चेहरों को सामने ला रही है, वहीं आम आदमी पार्टी और कांग्रेस भी अपनी पूरी ताकत से मैदान में हैं। खासकर, वीआईपी सीटों पर होने वाले मुकाबले में यह साफ दिखाई दे रहा है कि हर पार्टी अपनी पूरी ताकत झोंकने को तैयार है। दिल्ली के चुनावी दंगल में कौन किससे जीतने में सफल होगा, यह आने वाला समय बताएगा।