दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने रविवार (22 सितंबर) को जंतर-मंतर पर आयोजित ‘जनता की अदालत’ कार्यक्रम में अपनी आवाज उठाई। उन्होंने बीजेपी और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) पर तीखे हमले किए और केंद्र की राजनीति को चुनौती दी।
मोहन भागवत से पांच सवाल
केजरीवाल ने सीधे तौर पर RSS प्रमुख मोहन भागवत से पांच महत्वपूर्ण सवाल पूछे:
- लोकतंत्र का संकट: उन्होंने कहा, “क्या मोदी जी का देशभर में नेताओं को तोड़ना भारतीय लोकतंत्र के लिए सही है? क्या यह जनतंत्र के लिए खतरा नहीं है?”
- भ्रष्ट नेताओं की पार्टी में एंट्री: केजरीवाल ने आरोप लगाया कि मोदी ने भ्रष्ट नेताओं को अपनी पार्टी में शामिल किया, जिन पर पहले बीजेपी ने ही आरोप लगाए थे। “क्या आपने ऐसी बीजेपी की उम्मीद की थी?” उन्होंने पूछा।
- RSS की जिम्मेदारी: केजरीवाल ने पूछा, “क्या RSS को बीजेपी की गतिविधियों पर नजर रखनी चाहिए? क्या भागवत ने मोदी जी को गलत करने से रोका है?”
- बीजेपी और RSS का रिश्ता: उन्होंने कहा, “क्या बीजेपी इतनी बड़ी हो गई है कि उसने अपनी मातातुल्य संस्था RSS को नजरअंदाज कर दिया है?”
- रिटायरमेंट का कानून: केजरीवाल ने बताया कि बीजेपी ने 75 वर्ष की उम्र में रिटायरमेंट का कानून बनाया, लेकिन अब यह मोदी पर लागू नहीं हो रहा। “क्या यह सही है?” उन्होंने सवाल उठाया।
सीएम कुर्सी छोड़ने की वजह
केजरीवाल ने स्पष्ट किया कि उन्होंने सीएम की कुर्सी क्यों छोड़ी। “मुझे कुर्सी की भूख नहीं है। मुझे पैसे कमाने की इच्छा नहीं है। मैं देश की राजनीति को बदलने आया हूं। जब बीजेपी वाले मुझे चोर कहते हैं, तो मुझे दुख होता है,” उन्होंने कहा। वह जल्द ही मुख्यमंत्री आवास भी छोड़ने वाले हैं, लेकिन उन्हें लोगों का प्यार मिला है।