केंद्रीय आवासन एवं शहरी कार्यमंत्री हरदीप सिंह पुरी और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शुक्रवार को नजफगढ़ को द्वारका से जोड़ने वाली दिल्ली मेट्रो की ग्रे लाइन को हरी झंडी दिखा दी है। इसका फायदा मैट्रो मे सफर करने वाले करीब 50 हजार मुसाफिरों को मिलेगा। वहीं, सड़क पर वाहनों का दबाव भी कम होगा। द्वारका से नजफगढ़ के बीच 4.295 किलोमीटर लंबे इस कॉरिडोर पर दोनों ने पहली मेट्रो को हरी झंडी दिखाई। शाम पांच बजे से लाइन यात्रियों के लिए शुरू हो जाएगी। इस लाइन के शुरू होने के बाद द्वारका से नजफगढ़ पहुंचने में आपको मात्र 6 मिनट का समय लगेगा।
इस मैट्रो का उद्घाटन सुबह लगभग 11 बजे के बाद बाराखंभा रोड स्थित मेट्रो भवन में किया गया। इस मौके पर दिल्ली सरकार के परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत भी मौजूद रहे। आज शाम करीब पांच बजे से कॉरीडोर पर मेट्रो अपने नए मुसाफिरों को लेकर दौड़ने लगेगी। इसमें द्वारका मेट्रो स्टेशन इंटरचेंज के तौर पर इस्तेमाल होगा। द्वारका और नंगली मेट्रो स्टेशन एलिवेटेड व नजफगढ़ स्टेशन अंडरग्राउंड है। नजफगढ़ से नोएडा या गाजियाबाद जाने वाले यात्री द्वारका मेट्रो स्टेशन पर ब्लू लाइन की मेट्रो से अपनी मंजिल तक पहुंचेंगे। इस मैट्रो का फायदा नंगली, मितराऊ कला समेत छह-सात गांवों के लोगों को मिलेगा।
उद्घाटन के मौके पर पुरी ने कहा कि, इस कॉरिडोर के खुलने के साथ ही दिल्ली-एनसीआर में दिल्ली मेट्रो का दायरा बढ़ कर 377 किलोमीटर हो गया है। केजरीवाल ने कहा कि नजफगढ़ के लोग लंबे समय से इसकी मांग कर रहे थे। उन्होंने कहा कि इस कॉरिडोर से ग्रामीण इलाकों में रह रहे लोगों को भी लाभ मिलेगा। ग्रे लाइन पर द्वारका, नंगली और नजफगढ़ तीन स्टेशन हैं। द्वारका स्टेशन ब्लू लाइन और ग्रे लाइन के लिए इंटरचेंज स्टेशन है।