देश की राजधानी दिल्ली में प्रदूषण से लोगों का बुरा हाल है. दिल्ली के 10 इलाक़े देश के सबसे ज़्यादा प्रदूषित इलाक़ों में शामिल हैं. यहां एयर क़्वालिटी इंडेक्स 430 से लेकर 454 तक है. मंगलवार की सुबह दिल्ली के जहांगीरपुरी इलाक़े में एयर क़्वालिटी इंडेक्स को सबसे ज़्यादा 454 रिकॉर्ड किया गया. इसके साथ ही दिल्ली में पीएनजी यानी पाइप्ड प्राकृतिक गैस को नहीं अपनाने पर 113 उद्योगों को बंद करने का निर्देश दिया गया है इसी वजह से राजधानी दिल्ली का नाम प्रदुषित शहरों की लिस्ट में सबसे ऊपर आ गया है. पर्यावरण के क्षेत्र में काम करने वाले गैर सरकारी संगठन (एनजीओ) ग्रीनपीस इंडिया द्वारा किए गए रिसर्च में इस बात का पता चला है।
एनजीओ ने एक बयान में कहा कि ग्लोबल एयर पॉल्यूशन 2018 की रिपोर्ट में नई दिल्ली को दुनिया के 62 प्रदूषित शहरों में पहला स्थान दिया गया है. सोमवार को सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली सरकार से 10 साल पुरानी डीज़ल और 15 साल पुरानी पेट्रोल गाड़ियों की लिस्ट वेबसाइट पर डालने को कहा था. साथ ही ये लिस्ट अखबारों में भी प्रकाशित करने के निर्देश दिए थे. ये गाड़ियां सड़क पर दिखें तो उन्हें ज़ब्त करने के आदेश भी दिए गए थे. सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि दिल्ली का प्रदूषण गंभीर, भयानक और दयनीय हो चुका है. कोर्ट ने EPCA को आपात स्थिति के लिए पहले से उपाय करने और सेंट्रल पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड से शिकायतें दर्ज कराने के लिए सोशल मीडिया अकाउंट बनाने को कहा है.
बता दें कि उत्तर भारत में खेतों में पराली जलाने के कारण होने वाले प्रदूषण से भारत को सालाना 30 अरब डॉलर (करीब 2.1 लाख करोड़ रुपये) का नुकसान हो रहा है। यह प्रदूषण खासतौर पर बच्चों में सांस संबंधी गंभीर बीमारियों का बड़ा कारण भी है। अमेरिका के इंटरनेशनल फूड पॉलिसी रिसर्च इंस्टीट्यूट के एक अध्ययन में यह बात सामने आई है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की एक रिपोर्ट आई है, जिसके मुताबिक 2016 में भारत में पांच साल से कम उम्र के करीब एक लाख बच्चों की जहरीली हवा के प्रभाव में आने से मौत हो गई. साथ ही, इसमें बताया गया कि निम्न एवं मध्यम आय-वर्ग के देशों में पांच साल से कम उम्र के 98 फीसद बच्चे 2016 में हवा में मौजूद महीन कण (पीएम) से होने वाले वायु प्रदूषण के शिकार हुए.
इस बीच, ग्रीनपीस द्वारा जारी एक रिपोर्ट में भारत के प्रदूषण स्तर की बहुत ही भयावह तस्वीर पेश की गई है. रिपोर्ट के मुताबिक नाइट्रोजन ऑक्साइड उत्सर्जन के विश्व के तीन सबसे बड़े ‘‘हॉटस्पॉट” भारत में हैं और इनमें से एक दिल्ली-एनसीआर में है.
राजधानी दिल्ली के साथ ही देश के कई शहरों में प्रदूषण बेहद खतरनाक स्तर पर है. देश के 10 सबसे पॉल्यूटेड शहरों की बात करें तो इनमें दिल्ली, बुलंदशहर, बाघपत, कानपुर, गाजियाबाद, नोएडा, फरीदाबाद, ग्रेटर नोएडा, मुजफ्फरपुर और लखनऊ शामिल है.