नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव 2019 के मद्देनजर राजनीतिक पार्टियों का एक-दूसरे पर आरोप- प्रत्यारोप का दौर भी जारी है. इसी बीच विपक्ष ने मंगलवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस करके नरेंद्र मोदी सरकार पर हमला बोला. विपक्ष ने दो साल पहले केंद्र की तरफ से की गई नोटबंदी को अबतक का सबसे बड़ा घोटाला बताया. इसके साथ ही एक वीडियो भी जारी की है. विपक्ष का दावा है कि 31 दिसंबर 2016 के बाद भी बीजेपी के कुछ कार्यकर्ताओं की मदद से नोट को बदलने का काम किया जा रहा था.
इस दौरान कपिल सिब्बल ने बिना नाम लिए केंद्र पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि यहां कुछ चौकीदारों ने देश के साथ गद्दारी की है और आम आदमी की जेब से पैसा छीनने का काम किया है. इस मौके पर कपिल सिब्बल के साथ रणदीप सुरजेवाला, अहमद पटेल, गुलाम नबी आज़ाद, मल्लिकार्जुन खड़गे, राजद के मनोज झा, शरद यादव मौजूद रहे.
Delhi: Opposition releases purported video from https://t.co/1Eai2kfdKv alleging a BJP worker offered to convert demonetised currency into new notes at a commission of 40%, in Ahmedabad post demonetization. pic.twitter.com/CyLHrapnbY
— ANI (@ANI) March 26, 2019
कपिल सिब्बल ने कहा कि नोटबंदी के कारण देश की जीडीपी पीछे चली गई है. किसानों को नुकसान उठाना पड़ा है, कारोबारियों को भी काफी नुकसान हुआ है.
प्रेस कॉन्फ्रेंस में एक वीडियो भी जारी किया गया जिसमें दावा किया गया है कि पत्रकारों ने मिलकर नोटबंदी पर एक विशेष जांच की है. वीडियो में दिखाया गया कि 5 करोड़ के 500 के नोट आए और 3 करोड़ के 2000 के नोट दे दिए गए, ये सभी 31 दिसंबर 2016 के बाद हुआ है. हालांकि वीडियो जारी करने के बाद सिब्बल ने कहा कि वह अभी इस वीडियो की पुष्टि नहीं कर सकते हैं न हीं वो यह कह रहे कि ये वीडियो उनका है.
सिब्बल ने बताया कि उन्हें यह वीडियो एक वेबसाइट से मिला है जिसमें इन चौंकाने वाली बातों का खुलासा हुआ. इसलिए वह ये चाहते हैं कि इस वीडियो में जो भी दिखाया गया है उसकी जांच हो.
आपको बता दें कि दो साल पहले 8 नवंबर, 2016 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश में नोटबंदी का ऐलान किया था. जिसमें उन्होंने 500 और 1000 के नोटों को बंद कर दिया था. मोदी सरकार के इस फैसले के बाद से ही विपक्ष कई बार उनपर इस बात को लेकर हावी हो चुका है.