देवरिया: उत्तर प्रदेश के देवरिया में बालिका गृह में देह व्यापार संचालित कराए जाने का खुलासा होने के बाद संस्था को सील कर दिया गया है. साथ ही मां विंध्यवासिनी संस्था के बालिका गृह के दस्तावेज़ों को प्रशासन ने अपने कब्जे में ले लिया है. इन दस्तावेज़ों के आधार पर आगे की जांच की जाएगी.
Shelter home that was running illegally in Deoria has been sealed. 24 girls were rescued from the shelter home last night & its managers were arrested. UP CM has constituted a two-member high-level committee for investigation in the incident. pic.twitter.com/p1uaHV1fDo
— ANI UP (@ANINewsUP) August 6, 2018
ढाई घंटे तक चली छानबीन
बालिका गृह की रेलवे स्टेशन के पास वाली इमारत में करीब ढाई घंटे तक छानबीन के बाद संस्था को सील किया गया. इस मौके पर भारी संख्या में पुलिस और प्रशासन के अधिकारी मौजूद थे.
CM has ordered for the removal of Deoria’s DM Sujit Kumar. Further action will be taken against him after the reports come: Rita Bahuguna Joshi, UP Women & Child Welfare Minister on #DeoriaShelterHomeCase pic.twitter.com/IENfWzNZ5m
— ANI UP (@ANINewsUP) August 6, 2018
हटाए गए देवरिया के DM
बालिका गृह में लड़कियों के कथित शोषण के आरोपों बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गंभीरता दिखाई है. उन्होंने तत्काल प्रभाव से वहां के जिलाधिकारी सुजीत कुमार को सस्पेंड कर दिया है. मामले की जानकारी देते हुए यूपी की महिला एवं बाल कल्याण मंत्री रीता बहुगुणा ने बताया कि मुख्यमंत्री ने देवरिया में मामले की जांच के लिए दो सदस्यों की एक उच्च स्तरीय कमेटी भी भेजी है. यह कमेटी वहां सोमवार को रुक कर मामले की जांच रिपोर्ट सौंपेगी. इसके बाद आवश्यक कार्रवाई की जाएगी.
DPO भी सस्पेंड
डीएम के सस्पेंशन पर रीता बहुगुणा जोशी का कहना है कि एक साल से उन्हें मामले पर लगातार लिखा जा रहा था कि महिला और बाल संरक्षण गृह अवैध रूप से चल रहा है लेकिन उन्होंने कोई कार्रवाई नहीं की. DPO नीरज कुमार के खिलाफ विभागीय कार्रवाई की संस्तुति की गई है. पूर्व DPO अभिषेक पांडेय को सस्पेंड कर दिया गया है. ADG महिला कानून व्यवस्था अंजू गुप्ता और रेणुका कुमार को चॉपर से देवरिया भेज गया है.
सरकार पर विपक्ष का निशाना
समाजवदी पार्टी और कांग्रेस ने मामले की सीबीआई से जांच कराने की मांग की है. इस घटना को लेकर सरकार पर निशाना साधते हुए प्रदेश के मुख्य विपक्षी दल सपा के विधान परिषद सदस्य सुनील सिंह ने कहा कि उत्तर प्रदेश की बेटियां डर-डर के जीने को मजबूर हैं.
ये भी पढ़ें- UP के देवरिया में मुजफ्फरपुर जैसा कांड, काली और सफेद गाडियों में भेजी जाती थी लड़कियां
वहीं, कांग्रेस नेता अशोक सिंह ने भी मांग की है इस घटना की जांच सीबीआई करे. उन्होंने कहा कि नारी के सम्मान की बात करके सत्ता में आई BJP के शासन में ऐसी वारदात बेहद शर्मनाक हैं.