बागेश्वर बाबा पर दर्ज होगी FIR, शिरडी साईं बाबा पर की थी विवादित टिप्पणी

साईं बाबा के खिलाफ विवादित टिप्पणी करने के आरोप में बागेश्वर धाम के प्रमुख धीरेंद्र शास्त्री (Bageshwar Dham Sarkar) के खिलाफ मुंबई के बांद्रा पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई गई है। शिकायत में आरोप लगाया गया है कि बागेश्वर बाबा ने धार्मिक भावनाओं को आहत किया है और उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग की गई है।

मिली जानकारी के मुताबिक, साईं बाबा के खिलाफ विवादित टिप्पणी करने के आरोप में बागेश्वर धाम के प्रमुख धीरेंद्र शास्त्री (Bageshwar Dham Sarkar) के खिलाफ मुंबई के बांद्रा पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई गई है। शिवसेना (उद्धव गुट) युवा सेना के नेता राहुल कनाल (Rahul Kanal) ने मुंबई के बांद्रा थाने में धीरेंद्र शास्त्री के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है। ठाकरे गुट के नेता ने कहा कि बागेश्वर बाबा को साईबाबा के बारे में बोलने का अधिकार नहीं है। कनाल ने शिरडी साईं बाबा पर दिए गए उनके बयान के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने की मांग की है।

अपने ट्विटर पर राहुल कनाल ने पोस्ट कर कहा, “हम भारत के लोग बागेश्वर धाम द्वारा अपने प्यारे साईं बाबा के खिलाफ एक दुर्भावनापूर्ण और द्वेषपूर्ण अभियान देख रहे हैं, वह प्यारे साईं बाबा को अनादर के साथ संबोधित कर रहे हैं और मुख्य रूप से नफरत फैलाने के इरादे से झूठी सूचना दे रहे है, इस तरह का व्यवहार किसी भी समाज में स्वीकार्य नहीं है और हमें इसके खिलाफ एक स्टैंड लेना चाहिए। हम सभी नागरिकों से आग्रह करते हैं कि वे इस कृत्य की निंदा करें और यह सुनिश्चित करें कि भविष्य में ऐसी गतिविधियां फिर से न हो। मैंने अपनी शिकायत एडिशनल सीपी और डीसीपी के समक्ष दर्ज कराई है. इस तरह के व्यक्ति को गिरफ्तार किया जाना चाहिए और महाराष्ट्र में भी प्रतिबंधित किया जाना चाहिए।
हाल ही में मध्य प्रदेश के जबलपुर के पनागर में श्रीमद्भागवत कथा के आखिरी दिन जब साईंबाबा की वैदिक तरीके से पूजा करने को लेकर सवाल पूछा गया तो पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने जवाब देते हुए कहा था कि साईंबाबा भगवान नहीं है. गीदड़ की खाल पहनकर कोई शेर नहीं बन सकता है।
बागेश्वर बाबा ने कहा, हमारे शंकराचार्य ने साईंबाबा को भगवान का स्थान नहीं दिया है। शंकराचार्य हिंदू धर्म के प्रधानमंत्री हैं, उनकी आज्ञा का पालन करना प्रत्येक सनातनी हिंदू का कर्तव्य है। उन्होंने कहा, कोई भी संत चाहे गोस्वामी तुलसीदास जी हो या सूरदास जी हों, ये संत हैं, महापुरुष हैं, युग पुरुष हैं, कल्प पुरुष हैं, लेकिन भगवान नहीं। कई लोगों की साईंबाबा में आस्था होगी। मैं उनकी भावनाओं को ठेस नहीं पहुंचाना चाहता। लेकिन साईंबाबा संत हो सकते हैं, फकीर हो सकते हैं लेकिन भगवान नहीं। उन्होंने आगे कहा कि गीदड़ की खाल पहनकर कोई शेर नहीं बन सकता। उनके इस बयान से नया विवाद खड़ा हो गया है।

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