कन्नौज: उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव ने नवरात्रि के प्रथम दिन शनिवार को कन्नौज लोकसभा सीट से अपना नामांकन कराया। डिंपल यादव समाजवादी पार्टी के रथ में सवार होकर पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव के साथ नामांकन करने पहुंची।
नामांकन के दौरान उनके साथ कलेक्ट्रेट में समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव के साथ बसपा के राष्ट्रीय महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा, समाजवादी पार्टी से राज्यसभा सदस्य जया बच्चन व सपा के मुख्य राष्ट्रीय महासचिव प्रोफेसर राम गोपाल यादव भी थे। डिंपल यादव ने पहले ही ट्वीट करके बताया था कि वह नवरात्र के पहले दिन अपना नामांकन करेंगी। शनिवार को सुबह पूजा अर्चना करके वह माथे पर लाल टीका लगाकर नामांकन कराने घर से निकलीं। इस दौरान वह एक स्पेशल बस पर निकलीं। अंदर उनके साथ राज्यसभा सांसद जया बच्चन भी मौजूद थीं। डिंपल यादव का रोड शो शुरू हुआ।
वह कुछ देर शीशे के अंदर से रोड में आई भीड़ का अभिनंदन करती रहीं। कुछ देर बाद डिंपल यादव और अखिलेश यादव दोनों ही बस के ऊपर पहुंच गए और फिर कभी हाथ जोड़कर तो कभी हाथ हिलाकर लोगों का अभिवादन स्वीकार करते रहे। इस दौरान भीड़ ने जमकर फूलों की बारिश भी की। डिंपल यादव ने नामांकन के दौरान हरे रंग की साड़ी पहनी थी। लगभग आठ किलोमीटर लंबा रोड शो कलेक्ट्रेट तिराहा पहुंचा। यहां कलक्ट्रेट में पहुंचकर डिंपल यादव ने नामांकन पत्र दाखिल किया। डिंपल के साथ अखिलेश यादव, जया बच्चन, राम गोपाल यादव और सतीश चंद्र मिश्रा भी मौजूद रहे।
डिंपल यादव ने कहा कि लोकसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी की बड़ी जीत होगी क्योंकि इस बार एसपी, बीएसपी का बड़ा गठबंधन हुआ है। उन्होंने कहा कि बीजेपी ने लोगों से किए गए वादे पूरे नहीं किए हैं और इसलिए अब वे लोगों का ध्यान भटका रहे हैं। बीजेपी की सरकार असफल रही है और इसलिए अब वे सुरक्षाबलों का प्रयोग कर रहे हैं।
गौरतलब है कि कन्नौज से डिंपल यादव और भाजपा के सुब्रत पाठक के बीच लड़ाई है। 2014 के लोकसभा चुनाव में भी डिंपल यादव और सुब्रत पाठक आमने सामने थे। जीत डिंपल यादव की हुई थी। कन्नौज से डिंपल यादव निर्विरोध जीत दर्ज कर चुकी हैं। 2014 के लोकसभा चुनाव में भी कांग्रेस ने डिंपल यादव के खिलाफ कोई उम्मीदवार मैदान में नहीं खड़ा किया था। हालांकि मोदी लहर में डिंपल यादव को इस सीट पर भाजपा के सुब्रत पाठक ने कड़ी टक्कर दी थी। डिंपल यहां महज 19,907 वोटों से जीती थीं।