प्रयागराज में डेंगू बुखार के बढ़ते प्रकोप पर इलाहाबाद उच्च न्यायालय में शुक्रवार यानी आज सुनवाई हुई। अदालत में जिलाधिकारी- CMO और नगर आयुक्त प्रस्तुत हुए। कोर्ट ने केस में फिर से शख्त रुख अपनाया है। उच्च न्यायालय ने अफसरों को केस में ढील न बरतने का कड़ा निर्देश दिया।
प्रयागराज में सभी वार्डों में समिति गठित कर मानीटरिंग करने को कहा है। वार्ड के कार्पोरेटर, डॉक्टर, क्षेत्र में रहने वाले अधिवक्ता, नगर निगम कर्मचारी व संभ्रांत लोगों को समिति में शामिल किया जाए। वार्डवार स्थिति का निरीक्षण करते हुए आवश्यक प्रभावी कदम उठाने का आदेश दिया।
कमिश्नर ने अदालत को बताया दो दिनों के भीतर एंटी लार्वा के छिड़काव की नई मशीन आ जाएगी। इससे फॉगिंग का काम तीव्रता से हो सकेगा। उच्च न्यायालय बार के प्रेसिडेंट आरके ओझा व अन्य अधिवक्ताओं ने उच्च न्यायालय से मॉनिटरिंग की अपील की । अदालत ने इस अपील को स्वीकार करते हुए आगामी बुधवार को पुनः सुनवाई की बात कही है। बुधवार नौ नवंबर को केस की आगामी सुनवाई होगी। डेगू बुखार के बढ़ते केस पर उच्च न्यायालय ने मामले में स्वतः संज्ञान लिया है। अदालत ने इससे पूर्व सुनवाई कर अधिकारियों को कड़ी फटकार लगाई थी।