आज संसद के शीतकालीन सत्र का दूसरा दिन था। मंगलवार को केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने जम्मू-कश्मीर आरक्षण (संशोधन) बिल – 2023 और जम्मू-कश्मीर पुनर्गठन (संशोधन) बिल- 2023 पेश किया।
इस दौरान तमिलनाडु के धर्मपुरी से डीएमके सांसद डीएनवी सेंथिलकुमार एस. ने हिंदी राज्यों को ‘गौमूत्र राज्य’ बताते हुए कहा, “इस देश के लोगों को यह सोचना चाहिए कि भाजपा की ताकत केवल हिंदी हार्टलैंड के राज्यों में चुनाव जीतना है, जिन्हें हम आम तौर पर ‘गौमूत्र’ राज्य कहते हैं। आप साउथ इंडिया में नहीं आ सकते हैं। उन्होंने आगे कहा,“आपने देखा कि तमिलनाडु, केरल, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना और कर्नाटक के चुनावी नतीजों में क्या हुआ। हम वहां बहुत मजबूत हैं।”
इस बयान के बाद भाजपा नेताओं ने द्रमुक पर पलटवार किया और कांग्रेस नेता राहुल गांधी से पूछा कि क्या वह उत्तर भारतीयों के खिलाफ अपने I.N.D.I गठबंधन सहयोगी की अपमानजनक टिप्पणियों से सहमत हैं। जम्मू-कश्मीर से संबंधित दो विधेयकों पर निचले सदन में बहस में शामिल हुए डी एन वी सेंथिल कुमार ने कहा कि इस देश के लोगों को यह सोचना चाहिए कि भाजपा की शक्ति केवल हिंदी भाषी राज्यों और जिसे हम आम तौर पर गोमूत्र कहते हैं, उन राज्यों में चुनाव जीतना है।
केंद्रीय मंत्री मीनाक्षी लेखी ने कहा कि गौमूत्र के क्या-क्या लाभ हैं, यह शायद डीएमके को भी समझ आ जाएगा क्योंकि जो भी देश की आस्था के साथ खिलवाड़ करेगा, देश की जनता इकट्ठा होकर उसे मुंहतोड़ जवाब जरूर देगी।
वहीं, केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी चौबे ने कहा कि सनातन को गाली देने वाले इन लोगों को अभी आधा तमाचा लगा है, थोड़े दिन बाद पूरा तमाचा लगेगा और ये लोग पूरी तरह साफ हो जाएंगे क्योंकि यह देश सनातन का अपमान कतई बर्दाश्त नहीं करेगा। गाय हमारी माता है और गौमूत्र का इस्तेमाल तो अब कैंसर के इलाज में भी किया जा रहा है।
कांग्रेस ने भी डीएमके सासंद पर हमला बोला है। कांग्रेस नेता प्रोमद कृष्णम ने कहा कि DMK के नेताओं की अगर यही हरकतें रही और सनातन धर्म के खिलाफ वे ऐसी ही बकवास करते रहे तो गौमूत्र वाले राज्यों में ही नहीं सांड वाले राज्यों में भी भाजपा का परचम लहरा जाएगा।