नई दिल्ली, राजसत्ता डेस्क। लॉकडाउन के बीच रमजान के मौके पर मस्जिदें खोलने के आदेश के चलते पाकिस्तान की इमरान सरकार की आलोचना हो रही है। उधर, पाकिस्तान इस्लामिक मेडिकल एसोसिएशन (पीआईएमए) ने मस्जिदों को फिर से खोलने को लेकर चेतावनी दी है। पीआईएमए का कहना है कि मस्जिदें कोरोना वायरस का स्रोत बन रही हैं। पीआईएमए के अध्यक्ष इफ्तिखार बर्नी ने सरकार के फैसले की आलोचना भी की है। उन्होंने कहा कि मौलवियों के दबाव में मस्जिदों के फिर से खोलने के आदेश के बाद मस्जिदें घातक कोरोना वायरस के प्रसार का प्रमुख स्रोत बन रही हैं।
उन्होंने कहा कि पिछले 6 दिनों में कोरोना संक्रमितों की संख्या दोगुनी हो गई है। देश में संक्रमितों की संख्या बढ़कर 12,700 से ज्यादा हो गई है जबकि 269 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। मौजूदा स्थिति में 100 डॉक्टरों समेत 200 से अधिक चिकित्सा कर्मचारियों में कोरोना लक्षण मिले हैं।
‘सरकार को उठाने होंगे सख्त कदम’
उन्होंने आगे कहा कि कोरोना को रोकने के लिए इमरान सरकार को सख्त कदम उठाने होंगे। सिंध प्रांत ने मस्जिदों को फिर से खोलने के सरकार के फैसले को खारिज कर दिया है और घोषणा की है कि रमजान के दौरान उन्हें बंद रखा जाएगा।