WHO को क्यों कहना पड़ा- आने वाला भविष्य इससे भी खतरनाक होगा

नई दिल्ली, राजसत्ता एक्सप्रेस। कोरोना महामारी से जूझ रही दुनिया के लिए WHO की ओर से बुरी खबर है। WHO ने चेतावनी देते हुए कहा है कि आने वाला समय इससे भी खतरनाक होने वाला है। इस समय दुनिया कोरोना के संक्रमण से निपटने के लिए वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन यानी WHO की गाइडलाइन को फॉलो कर रही है। कोरोना को लेकर रोजाना संगठन की तरफ से नए गाइडलाइंस जारी की जाती हैं, जिन्हें दुनियाभर के देश फॉलो करते हैं। ऐसे में अब WHO के महानिदेशक डॉक्टर टेड्रोस की ओर दी गई चेतावनी दुनिया को डराने वाली है। डॉक्टर टेड्रोस ने कहा कि आने वाला वक्त वर्तमान से भी ज्यादा खतरनाक और पीड़ा देने वाला होगा। हालांकि टेड्रोस ने इस बात का खुलासा नहीं किया कि वो ऐसा क्यों कह रहे हैं।

WHO के महानिदेशक डॉक्टर टेड्रोस शुरुआत से ही कोरोना वायरस और इस भीषण महामारी की जानकारी छुपाने के आरोप में संदिग्ध हैं। ऐसा आरोप अमेरिका का भी है और इसी लिए उसने WHO की फंडिंग भी रोक दी थी। अब ऐसे में सवाल उठ रहे हैं कि डॉक्टर टेड्रोस अब खुद को बचाने के लिए ऐसे बयान जारी कर रहे हैं या फिर वाकई में हालात और बदत्तर होने वाले हैं।

 टेड्रोस पर महामारी के छिपाने का आरोप

कोरोना वायरस को लेकर डॉक्टर टेड्रोस पर आरोप लगे हैं कि इस वायरस महामारी बनने के शुरुआती दिनों में डॉक्टर टेड्रोस ने चीन के हालात देखकर भी दुनिया को इस महामारी को लेकर आगाह नहीं किया। उनपर चीन के साथ तथ्यों को छुपाने का भी आरोप लगा है। आरोप है कि जब ये बीमारी दुनिया में फैल गई, तब दुनिया को इसके बारे में WHO द्वारा लोगों को आगाह करने का काम किया गया। कहा जा रहा है कि अगर WHO इस बीमारी के बारे में शुरुआत में ही दुनिया को आगाह कर देते तो, हो सकता था कि इस बीमारी को कुछ देशों या फिर चीन तक ही सीमित कर दिया जाता। इसके पीछे एक बड़ी कॉन्सपिरेसी बताई जा रही है और आरोप सीधे चीन पर लग रहे हैं।

चेतावनी देने की ये वजह तो नहीं….

बहरहाल जो भी हो, लेकिन इस समय दुनिया के लिए मुश्किल वक्त है, जो जैसी चेतावनी दे रहा दुनिया उसे वैसे फॉलो कर रही है। मेडिकल साइंस से जुड़े चिंतकों ने अंदेशा जताया है कि निकट भविष्य में कोरोना का संक्रमण अफ्रीकी देशों में भी फैलेगा, जहां की चिकित्सा व्यवस्था बेहद ही खराब है। हो सकता है डॉक्टर टेड्रोस ने ऐसे देशों को ध्यान में रखकर ये बात की हो, जहां गरीबी, भुखमरी हो और अस्पतालों की हालत खराब हो। या हो सकता है अमेरिका, इटली, और फ्रांस जैसे देशों को देखकर की हो, जहां संक्रमितों की संख्या लाखों हैं और हजारों लोग वेंटीलेटर पर हैं।

अगर डॉक्टर टेड्रोस की जिनेवा प्रेस कॉन्फेंन्स की बातों का हम यहां जिक्र करें तो टेड्रोस ने कोरोना वायरस की तुलना 1918 की महामारी स्पैनिश फ्लू से की है। जिसमें दुनियाभर में एक करोड़ के करीब लोगों की मौत हुई थी

डॉक्टर टेड्रोस ने धीमे स्वर में कहा, ‘लेकिन अब हमारे पास प्रौद्योगिकी है कहा कि हमपर भरोसा कीजिए।  हम इस आपदा से बच सकते हैं। हम 1918 जैसा संकट पैदा होने से बच सकते हैं।’  टेड्रोस ने कहा, हम पर विश्वास रखिए.. हो सकता है। टेड्रोस अमेरिका के सामने खुद को अच्छा दिखाने के लिए ऐसा कह रहे हों, क्योंकि टेड्रोस ने कहा है कि हम पहले दिन से ही इसकी घातकता से दुनिया को आगाह करते आए हैं और अमेरिका को पहले दिन से ही इसके बारे में पता था, हमने कुछ नहीं छिपाया।

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